Home Loan लेने से पहले जान ले ये जरूरी बातें, EMI चुकाना होगा आसान
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होम लोन
बिजनेस डेस्क. घर को बुनियादी जरूरतों में गिना जाता है। इसके लिए लोग पूरी जिंदगी मेहनत करके पूंजी जमा करते है। फिर भी वह एकसाथ इतनी रकम इकट्ठा नहीं कर पाते हैं। फिर उनके पास एक रास्ता होता है होम लोन का। इसमें बैंक से एकमुश्त रकम ले ली जाती हैं। इस रकम को को हर महीने किश्त के रूप में चुकाया जाता है। लेकिन इसके साथ कई तरह के जोखिम उपजते हैं। इन जोखिमों को कम करने के लिए कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे इस दौरान आने वाली परेशानियों से बच सकते हैं।
अपनी आर्थिक स्थिति पर गौर करें
घर बनाने या खरीदने के लिए अगर आप होम लोन लेने जा रहे हैं, तो आपको अपनी आर्थिक स्थिति का आकलन करना चाहिए। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अपने रोजमर्रा के खर्चें निपटाने के बाद किश्त यानी EMI भर पाएंगे या नहीं। डाउन पेमेंट भरने के बाद भी आपको अच्छी खासी रकम जमा रखनी होगी, जिससे आने वाले समय में परेशानियों से निपट सकें।
लोन के लिए ये दस्तावेज रखें तैयार
होम लोन लेने के लिए इनकम स्टेटमेंट, सैलरी स्लिप, बैंक ट्रांजेक्शन स्टेटमेंट, लेटेस्ट आईटी रिटर्न, एज प्रूफ के लिए कोई सरकारी दस्तावेज, एड्रेस प्रूफ, फोटो पहचान पत्र (पासपोर्ट, पैन कार्ड, वोटर आईडी या आधार कार्ड) और प्रॉपर्टी के पेपर्स तैयार रखना चाहिए। इसके अलावा आपका सिबिल स्कोर भी बेहतर होना चाहिए।
कम समय का हो होम लोन
होम लोन का मूलधन लाखों में होता है। इसमें अगर ब्याज मिलाया जाए तो यह रकम और भी बढ़ जाती है। ऐसे में मिडिल क्लास या नौकरी पेशा लोगों के लिए ईएमआई चुकाना आसान नहीं होता है। ये लोन 20 साल या इससे ज्यादा समय तक चलता रहता है। इसमें किश्त की कीमत तो कम हो जाती है, लेकिन लोन चुकाने की टेंशन लंबे वक्त तक बनी रहती है। इस दौरान अगर कोई फाइनेंशियल क्राइसिस आए तो समस्या ज्यादा बढ़ सकती है। इसलिए इस लोन को कम से कम समय में निपटाने की कोशिश करनी चाहिए।
किश्त की रकम को ऐसे कम करें
कम समय में लोन खत्म करने के लिए लोन लेते वक्त कम से कम 25% डाउन पेमेंट करें। इससे आपकी किस्त आसान हो जाएगी। मसलन अगर आप 60 लाख रुपए का होम लोन लेते हैं, तो कम से कम 15 लाख रुपए डाउन पेमेंट के रूप जमा कर सकते है।
किस्तों का प्री-पेमेंट शुरू करें
अगर आप अपना लोन जल्दी निपटाना चाहते हैं, तो आप प्री-पेमेंट का ऑप्शन शुरू करवा सकते हैं। इससे अगर आपके पास बेहतर सेविंग्स हो जाए तब आप पहले से ही किश्त जमा कर सकते हैं। इससे कर्ज की अवधि और EMI में कमी आ सकती है।