सार

अदाणी समूह (Adani Group) को हुए नुकसान के चलते कहा जा रहा है कि उसे कर्ज देने वाले बैंकों का पैसा भी फंस गया है। इसपर आरबीआई ने कहा कि भारत का बैंकिंग सेक्टर स्थिर है। बैंकिंग सेक्टर और बैंकों पर आरबीआई द्वारा निगरानी रखी जा रही है।

नई दिल्ली। अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह (Adani Group) को भारी नुकसान हुआ है। उसके शेयरों की कीमत में भारी गिरावट आई है। इससे अदाणी समूह को कर्ज देने वाले भारतीय बैंकों को भी नुकसान होने की बात की जा रही है। इस बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कहा है कि भारत का बैंकिंग सेक्टर स्थिर है।

आरबीआई ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि वह वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए बैंकिंग क्षेत्र और अलग-अलग बैंकों पर लगातार नजर रखता है। बैंकिंग क्षेत्र लचीला और स्थिर बना हुआ है। अदाणी समूह का जिक्र करते हुए आरबीआई ने कहा कि ऐसी मीडिया रिपोर्टें आई हैं, जिनमें एक व्यावसायिक समूह के लिए भारतीय बैंकों के जोखिम के बारे में चिंता व्यक्त की गई है। आरबीआई वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए बैंकिंग क्षेत्र और बैंकों पर निरंतर निगरानी रखता है।

बैंकिंग सेक्टर की हो रही निगरानी

आरबीआई ने कहा कि उसके CRILC (Central Repository of Information on Large Credits) डेटाबेस सिस्टम पर सूचना का केंद्रीय भंडार है। यहां बैंक 5 करोड़ रुपए और उससे अधिक के अपने जोखिम की रिपोर्ट करते हैं। इसका उपयोग निगरानी के लिए किया जाता है। आरबीआई ने कहा कि वह वित्तीय गड़बड़ी को पकड़ने के लिए सतर्क रहता है। इंडियन बैंकिंग सेक्टर की स्थिरता की निगरानी की जा रही है।

 

 

SBI ने अडाणी समूह को दिया है 27,000 करोड़ रुपए कर्ज

एसबीआई के अध्यक्ष दिनेश खारा ने शुक्रवार को जानकारी दी कि अडाणी समूह को एसबीआई ने 27,000 करोड़ रुपए कर्ज दिया है। यह एसबीआई के कुल कर्ज का 0.88 प्रतिशत है। अडाणी समूह पर आए संकट से एसबीआई को झटका लगने की आशंका नहीं है। अदाणी समूह के शेयरों की कीमतें गिर रही हैं। एसबीआई ने कहा कि उसने अदाणी समूह को शेयरों के बदले कोई कर्ज नहीं दिया है।

अडाणी समूह को दिया गया हमारा कर्ज सुरक्षित है: जेके बैंक

जम्मू एंड कश्मीर बैंक का 250 करोड़ रुपए कर्ज अदाणी समूह पर है। बैंक ने शुक्रवार को कहा कि बैंक निवेशकों को चिंता करने की कोई बात नहीं है। अदाणी समूह को दिया गया उसका कर्ज सुरक्षित है। जेके बैंक के उप महाप्रबंधक निशिकांत शर्मा ने कहा कि अदाणी समूह को दिया गया हमारा कर्ज परियोजनाओं की संपत्तियों के एवज में सुरक्षित है।

यह भी पढ़ें- सुप्रीम कोर्ट पहुंचा अदाणी मामला, याचिका लगाकर की गई हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग

शर्मा ने कहा कि जेके बैंक ने अदाणी समूह को महाराष्ट्र और गुजरात में दो थर्मल पावर प्रोजेक्ट लगाने के लिए 400 करोड़ रुपए कर्ज दिया था। यह कर्ज 10 साल पहले दिया गया था। उस वक्त बैंक का जोखिम 400 करोड़ रुपए था। अब यह 240 करोड़ रुपए से 250 करोड़ रुपए रह गया है। बैंक को कर्ज के पैसे मिल रहे हैं। दोनों बिजली परियोजनाएं बिजली खरीद समझौतों के साथ चालू हैं।

यह भी पढ़ें- अखंड कीर्तन में PM मोदी बोले- महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट योजना से महिलाओं को होगा व्यापक लाभ