सार

13 मार्च का दिन शेयर बाजार के लिए काला बुधवार साबित हुआ। मार्केट में भारी बिकवाली के चलते स्मॉल कैप से लेकर मिडकैप तक सभी स्टॉक धराशायी हो गए। इस गिरावट के चलते एक ही दिन में निवेशकों के 13 लाख करोड़ रुपए डूब गए। 

Stock Market Crash: शेयर बाजार के लिए 13 मार्च यानी बुधवार का दिन ब्लैक वेडनेसडे रहा। पिछले कुछ दिनों से बाजार में जारी उथल-पुथल बुधवार को सुनामी में तब्दील हो गई, लिहाजा एक ही दिन में निवेशकों के 13 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो गए। इस दौरान BSE सेंसेक्स 906 अंकों की गिरावट के साथ 72761, जबकि निफ्टी 338 अंकों की गिरावट के साथ 29997 के लेवल पर बंद हुआ।

एक ही दिन में निवेशकों के 13.46 लाख करोड़ रुपये डूबे

12 मार्च को जब शेयर मार्केट बंद हुआ था तो BSE पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 385.57 लाख करोड़ रुपये था। वहीं, 13 मार्च को ये घटकर 372.11 लाख करोड़ रुपये पर आ गया। यानी एक ही दिन में निवेशकों के 13.46 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए।

स्मॉलकैप-मिडकैप शेयरों में अफरा-तफरी

शेयर बाजार में गिरावट की सबसे बड़ी वजह स्मॉलकैप और मिडकैप स्टॉक्स में हुई जबर्दस्त बिकवाली है। निफ्टी का मिडकैप इंडेक्स 2115 अंकों की गिरावट के साथ 45971 के लेवल पर बंद हुआ। वहीं, स्मॉलकैप इंडेक्स 800 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। बुधवार को ऐसा कोई सेक्टर नहीं रहा, जिसमें गिरावट नहीं रही। आईटी, फार्मा, मेटल्स, मीडिया, बैंकिंग, ऑटो, एनर्जी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, हेल्थकेयर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस समेत लगभग सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए।

तो क्या ये है बाजार में भारी गिरावट की वजह?

कुछ दिनों पहले SEBI प्रमुख ने मिडकैप और स्मॉल कैप स्टॉक को लेकर आगाह किया था। उन्होंने कहा था कि सेबी इन स्टॉक्स पर बारीकी से नजर रख रहा है। इन स्टॉक्स में बड़े पैमाने पर हेराफेरी हो सकती है। सेबी से आए इस बयान के बाद ही बाजार का सेंटीमेंट बिगड़ गया और पिछले कुछ दिनों से स्मॉलकैप शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई। इसके अलावा म्यूचुअल फंड ने भी स्मॉल कैप और मिडकैप इंडेक्स के शेयरों में भारी बिकवाली की, जिसके चलते बाजार को संभलने का मौका ही नहीं मिला।

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