- Home
- Business
- Money News
- Money Saving Tips : बेहद आसान है पैसे बचाना, जानें सेविंग्स का गजब का फॉर्मूला
Money Saving Tips : बेहद आसान है पैसे बचाना, जानें सेविंग्स का गजब का फॉर्मूला
बिजनेस डेस्क : जितनी तेजी से महंगाई आसामान छू रही है, उस हिसाब से सैलरी नहीं बढ़ रही, लिहाजा खर्चे ज्यादा हैं और बचत कम। इस कारण इमजरेंसी में उधार तक लेने की नौबत आ जाती है। अच्छी प्लानिंग से पैसों की बचत कर सकते हैं। जानें सेविंग्स के 5 शानदार टिप्स
- FB
- TW
- Linkdin
सैलरी के हिसाब से बनाएं बजट
हम सभी के कुछ खर्चे बेहद जरूरी होते हैं, जिनके लिए पैसे खर्च करना आवश्यक ही होता है लेकिन कुछ शौक पूरे करने के लिए खर्चे किए जाते हैं, जिन्हें अवॉयड भी कर सकते हैं। इसलिए सैलरी आने से पहले ही अपना बजट बना लें और जरूरी खर्चों को प्रॉयोरिटी दें। मूवी, शॉपिंग या बाहर खाने का अलग बजट बनाएं और उतने ही पैसे खतर्च करें। इसके बाद जो पैसे बचे उसे सेविंग्स और इनवेस्टमेंट्स में डाल दें। इसके बाद बाकी खर्च को भी बजट में शामिल करें। कई लोग महीने के आखिरी में बचने वाले पैसों को सेविंग में डालते हैं। यह गलत तरीका है, क्योंकि पैसे अकाउंट में रहेंगे तो खर्च भी होते रहेंगे।
इमरजेंसी फंड को अलग रखें
बजट बनाते सम उसमें से इमरजेंसी फंड अलग निकाल कर रख दें। ये पैसे ऐसे अकाउंट में डाले जिसका इस्तेमाल कम होता है। इमरजेंसी फंड बिल्ड करना अनिवार्य मान लें। इन फंड्स से अचानक से आए खर्चों से डील कर सकते हैं। इसमें मेडिकल इमरजेंसी, जॉब लॉस या कोई और जरूरत हो सकते हैं।
इंसेंटिव-बोनस का सही इस्तेमाल
सैलरी के अलावा जो इंसेंटिव और बोनस मिलता है, वो एक्स्ट्रा इनकम में आ जाता है। इस इनकम को खर्च करने की बजाय सेविंग्स अकाउंट में जमा कर दें। इससे सेविंग्स गोल्स काफी हद तक पूरा होता दिखाई देगा।
खर्चो को मैनेज करें
स्मार्टफोन आने से अब सबकुछ काफई आसान हो गया है। अक्सर शॉपिंग के लुभावने नोटिफिकेशन आते रहते हैं। ऐसे में जरूरी न हो तो शॉपिंग या बाहर खाना अवॉयड ही करें। क्योंकि उन नोटिफिकेशन को देख कई बार उस ओर खर्च कर देते हैं। इससे सेविंग्स से समझौता हो जाता है और बाद में फाइनेंशियल प्रॉब्लम आ सकती हैं।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स की मदद लें
एक बात बता दें कि पैसे बचाने का कोई फिक्स फॉर्मूला नहीं है। यह तय करना आपका काम होता है कि सैलरी का कितना हिस्सा बचाना है। यह इस बात पर भी डिपेंड करता है कि आपका फाइनेंशियल गोल क्या है। इसके लिए आप फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स की मदद ले सकते हैं। एक्सपर्ट्स आपकी सैलरी, सैलरी हाइक, महंगाई दर और तमाम चीजों को ध्यान में रखकर आपके लिए बेहतर कस्टमाइज्ड प्लान बना सकते हैं। जिसका फायदा आपको अपनी सेविंग्स पर मिल सकता है।
इसे भी पढ़ें
जॉब करते हैं और खरीदना है अपना घर या फ्लैट? काम आएगा 3-20-30-40 वाला फॉर्मूला