सार
Byju's से 4000-5000 कर्मचारियों को निकाला जा सकता है। इसके लिए नए सीईओ अर्जुन मोहन तैयारी कर रहे हैं। नौकरियों में कटौती से बायजू का संचालन करने वाली इकाई थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के भारत स्थित कर्मचारियों पर असर पड़ने की उम्मीद है।
नई दिल्ली। एडटेक फर्म बायजू में बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी है। ऐसी जानकारी सामने आई है कि Byju इंडिया के नए सीईओ अर्जुन मोहन 4000-5000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर रहे हैं। नौकरियों में कटौती से बायजू का संचालन करने वाली इकाई थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के भारत स्थित कर्मचारियों पर असर पड़ने की उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार इसमें आकाश भी शामिल होगा।
अर्जुन मोहन को पिछले सप्ताह बायजू का सीईओ बनाया गया था। इससे पहले उन्होंने लंबे समय तक बायजू में बड़े पदों पर काम किया है। मोहन ने कंपनी के वरिष्ठ नेताओं को इन फैसलों के बारे में सूचित किया है। बड़े पैमाने पर नौकरी में कटौती से कंपनी के बिक्री, विपणन और अन्य कार्यों पर असर पड़ने की उम्मीद है। मोहन को मृणाल मोहित की जगह सीईओ का पद मिला है।
आर्थिक तंगी से जूझ रही Byju
कोरोना महामारी के वक्त लंबे समय तक लॉकडाउन रहा और बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट हुई। ऐसे में Byju और अन्य ऑनलाइन शिक्षा देने वाली कंपनियां खूब फली-फूली। लॉकडाउन हटने और स्थिति सामान्य होने के बाद शिक्षा व्यवस्था फिर से पटरी पर आई। इसके बाद से ऑनलाइन पढ़ाई कराने वाली कंपनियां परेशानी में हैं। Byju को इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। इसके चलते बड़े पैमाने पर नौकरी में कटौती की जा रही है। कंपनी ने ऑफिस स्पेस भी छोड़ दिया है। वह सहायक कंपनियों की बिक्री की संभावना तलाश रही है और अन्य उपायों के अलावा बाहरी फंडिंग जुटा रही है। इसने पहले भी Byju ने कई दौर की छंटनी की है।
दो प्रमुख संपत्तियों को बेचने पर विचार कर रही बायजू
इस महीने की शुरुआत में बायजू ने अपने कर्जदाताओं को अपने संपूर्ण विवादित 1.2 बिलियन डॉलर का टर्म लोन बी अगले छह महीनों के भीतर चुकाने का प्रस्ताव भेजा था। इसमें अगले तीन महीनों में 300 मिलियन डॉलर का अग्रिम भुगतान भी शामिल था। कंपनी इसके लिए अपनी दो प्रमुख संपत्तियों-ग्रेट लर्निंग और यूएस-आधारित एपिक को बेचने की योजना बना रही है। बायजू नया इक्विटी फंडिंग राउंड जुटाने पर भी विचार कर रही है।