सार

क्रेडिट कार्ड और ऑनलाइन फ्रॉड में वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले 425% की बढ़ोतरी हुई है। साल 2022-23 में साइबर फ्रॉड से 277 करोड़ रुपए की लूट हुई थी, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 1,457 करोड़ रुपए हो गई है। इस दौरान इस तरह के 19082 मामलों तक पहुंच गई है।

बिजनेस डेस्क. बीते कुछ सालों में डिजिटल ट्रांजैक्शन का इस्तेमाल काफी बढ़ा है। लेकिन इसी के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी उतनी ही तेजी से बढ़ रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के मुताबिक, क्रेडिट कार्ड और ऑनलाइन फ्रॉड में वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले 425% की बढ़ोतरी हुई है। साल 2022-23 में साइबर फ्रॉड से 277 करोड़ रुपए की लूट हुई थी, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 1,457 करोड़ रुपए हो गई है। इस दौरान इस तरह के 19,082 मामले हो गए।

प्राइवेट सेक्टर के बैंकों ने सबसे ज्यादा साइबर फ्रॉड के मामले

RBI की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एनुअल रिपोर्ट में बैंक फ्रॉड से जुड़े मामलों की जानकारी दी हैं। दरअसल, बीते वित्त वर्ष (2023-24) में ढाई गुना बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान धोखाधड़ी के मामलों की संख्या 36,075 हो गई। एक साल पहले यह संख्या 13,564 थी। वहीं, साल 2022 में ये मामले 9,046 मामले थे। बीते तीन सालों में फ्रॉड के मामलों में प्राइवेट सेक्टर के बैंकों ने ज्यादा धोखाधड़ी के मामलों की जानकारी दी हैं। वहीं, फ्रॉड के मामलों में शामिल रकम में पब्लिक सेक्टर के बैंकों का योगदान ज्यादा रहा। पब्लिक सेक्टर के बैंकों में धोखाधड़ी खास तौर से लोन कैटेगरी का रहा है।

फाइनेंशियल फ्रॉड के प्रकार

फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में 36,075 मामलों में 13,930 करोड़ रुपए का फ्रॉड हुआ हैं। वहीं, वित्त वर्ष 2022-23 में 13,564 मामलों में 26,127 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई थी। इसमें ज्यादातर धोखाधड़ी के मामले में डिजिटल पेमेंट को हथियार बनाया जाता है। इसमें क्रेडिट और डेबिट कार्ड शामिल है। इसके अलावा लोन फ्रॉड से वित्तीय धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है।

क्रेडिट कार्ड और साइबर फ्रॉड में बढ़ोतरी

क्रेडिट कार्ड और साइबर फ्रॉड के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है। फाइनेंशियल ईयर 2022 में 155 करोड़ रुपए के 3, 596 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं, वित्त वर्ष 2023 में 277 करोड़ रुपए के 6,699 केस दर्ज किए गए थे। अब इस साल यानी साल 2024 में ये 29,082 मामले दर्ज हुए है। और इसमें 1,457 करोड़ रुपए की लूट हुई है।

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