डेक्कन गोल्ड माइंस लिमिटेड ने निकेल-कॉपर-प्लेटिनम समूह तत्व (Ni–Cu–PGE) सल्फाइड खनिज खोजा है। बेहद कीमती ये खनिज छत्तीसगढ़ के भालुकोना-जमनीडीह ब्लॉक में मिले हैं।

Deccan Gold Mines: डेक्कन गोल्ड माइंस लिमिटेड (DGML) ने छत्तीसगढ़ के भालुकोना-जमनीडीह ब्लॉक में निकेल-कॉपर-प्लेटिनम समूह तत्व (Ni–Cu–PGE) सल्फाइड खनिज की खोज की है। भारत में पहली बार यह सल्फाइड मिला है। भू-रासायनिक सर्वे और भूभौतिकीय सर्वे से संभावित Ni–Cu–PGE सल्फाइड खनिजयुक्त क्षेत्र की पहचान हुई है। डीजीएमएल खनिजीकरण के पैमाने और स्तर का और अधिक आकलन और सत्यापन करने के लिए जल्द ही टेस्ट ड्रिलिंग शुरू करने की योजना बना रहा है।

यह ऐतिहासिक खोज डीजीएमएल द्वारा 1 अप्रैल 2025 को महासमुंद जिले के बसना तहसील में भालूकोना-जमनीडीह ब्लॉक के लिए 30 वर्ग किलोमीटर का समग्र लाइसेंस हासिल करने के बाद हुई है। कंपनी ने सभी अनुमोदन प्राप्त होते ही खनिज की खोज से जुड़ी गतिविधियां शुरू कर दीं। इसके लिए भूवैज्ञानिक मानचित्रण, रॉक चिप नमूनाकरण, ड्रोन चुंबकीय सर्वेक्षण और प्रेरित ध्रुवीकरण (आईपी) सर्वेक्षण किए गए।

शुरुआती रिजल्ट से पता चला है कि 700 मीटर लंबा खनिज क्षेत्र संभावित मैफिक-अल्ट्रामैफिक चट्टान संरचनाओं में स्थित है। भूभौतिकीय डेटा से संकेत मिलता है कि सल्फाइड खनिजीकरण लगभग 300 मीटर की गहराई तक फैला हुआ है। निकल, तांबा और प्लैटिनम समूह के तत्व महत्वपूर्ण खनिज हैं। इनका इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी, रिन्यूएबल एनर्जी सिस्टम, एडवांस इलेक्ट्रॉनिक्स और रणनीतिक उद्योगों में होता है। इन खनिजों के निकाले जाने पर भारत को महत्वपूर्ण खनिजों के मामले में आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।

डीजीएमएल के प्रबंध निदेशक, डॉ. हनुमा प्रसाद मोडाली ने कहा, "यह भारत और डेक्कन गोल्ड माइंस के लिए गर्व का क्षण है। हमारे देश के इतिहास में पहली बार, इस तरह के निकेल-कॉपर-प्लेटिनम समूह सल्फाइड खनिज की पहचान की गई है। यह खोज भारत को वैश्विक महत्वपूर्ण खनिजों के मानचित्र पर ऐसे समय में मजबूती से स्थापित करती है जब ये संसाधन क्लीन एनर्जी टेक्नोलॉजी, एडवांस मैन्युफैक्चरिंग और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं।"

उन्होंने कहा, "भारत सरकार ने आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने और वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन का नेतृत्व करने के लिए महत्वपूर्ण खनिजों को रणनीतिक अनिवार्यता के रूप में प्राथमिकता दी है। छत्तीसगढ़ में हमारी खोज इस दिशा में एक ठोस कदम है। हम इस संसाधन को जिम्मेदारी से विकसित करने, अपने लगभग 40,000 शेयरधारकों के लिए मूल्य सृजन करने, स्थानीय समुदायों में योगदान देने और महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति श्रृंखलाओं में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की यात्रा का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

डीजीएमएल का विजन भारत का अग्रणी सोना और महत्वपूर्ण खनिज उत्पादक बनना है, जो नैतिक, टिकाऊ और सामाजिक रूप से जिम्मेदार खनन के उच्चतम मानकों के साथ काम करता है। कंपनी का रणनीतिक ध्यान सोने से आगे बढ़कर स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और भविष्य के औद्योगिक विकास के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण खनिजों तक फैला हुआ है।

क्या है डेक्कन गोल्ड माइन्स लिमिटेड?

डेक्कन गोल्ड माइन्स लिमिटेड (बीएसई: 512068) भारत की पहली और एकमात्र सूचीबद्ध कंपनी है जो सोने की खोज करती है। 2003 में स्थापित डीजीएमएल के पास भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण और खनिज अन्वेषण परिसंपत्तियों का एक रणनीतिक पोर्टफोलियो है। इसमें आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मोजाम्बिक, किर्गिस्तान और फिनलैंड की परियोजनाएं शामिल हैं। कंपनी सतत और पारदर्शी विकास प्रथाओं के माध्यम से भारत की खनिज क्षमता को उजागर करने और अपने साथ काम करने वाले समुदायों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अधिक जानकारी के लिए, www.deccangoldmines.com देखें।