सार
Dhanteras 2024: धनतेरस का दिन नजदीक आते ही बाजार की रौनक लौट आती है। धनतेरस पर सोना खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है। देश-दुनिया में दीपावली के पहले धनतेरस में नई चीजों के खरीदने की रिवाज है। सेविंग पसंद देश में सोना खरीदने का भी खूब चलन है लेकिन बहुत लोग ठगे भी जाते हैं। सोना की शुद्धता जांचे बगैर खरीदारी करने वाले फंस जाते हैं। आइए जानते हैं कि सोना खरीदते समय कौन-कौन स्टेप फॉलो कर ठगे जाने से बच सकते हैं।
सोने की शुद्धता की जांच करने का तरीका...
BIS हॉलमार्क देखकर करें खरीदी: भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) हॉलमार्क सबसे विश्वसनीय सोने का सर्टिफिकेशन है। हॉलमार्क यह सुनिश्चित करता है कि सोना कितना प्रतिशत शुद्ध है और यह सही है या नहीं? हॉलमार्क में कैरेट में शुद्धता (जैसे, 22K916 91.6% शुद्ध सोने को दर्शाता है) और जौहरी की पहचान आदि जानकारी भी शामिल होती है।
HUID नंबर की जांच करें: हॉलमार्क वाले सोने के हर ज्वेलरी को एक अद्वितीय हॉलमार्क विशिष्ट पहचान (HUID) नंबर दिया जाता है जो प्रामाणिकता की पुष्टि करने में मदद करता है। इस नंबर को BIS केयर ऐप का उपयोग करके सत्यापित किया जा सकता है जो आभूषण की शुद्धता, पंजीकरण और हॉलमार्किंग केंद्र की जानकारी देता है।
BIS केयर ऐप का उपयोग करें: अपने मोबाइल फोन के ऐप स्टोर से BIS केयर ऐप डाउनलोड करें। यह सॉफ़्टवेयर आपको HUID दर्ज करने और यह निर्धारित करने की अनुमति देता है कि आप जो सोना खरीद रहे हैं वह असली है या नहीं। इसमें जौहरी और हॉलमार्किंग केंद्र के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी भी शामिल है।
कैरेट टेस्ट: सोने के आभूषण कई तरह के शुद्धता स्तरों में उपलब्ध हैं जिन्हें अक्सर कैरेट में मापा जाता है। सामान्य ग्रेड में 14K, 18K, 22K और 24K शामिल हैं। धनतेरस जैसी उत्सव की खरीदारी के लिए आभूषणों के लिए 22K सोना लोकप्रिय है जबकि सिक्कों और बार के लिए 24K सोना पसंद किया जाता है।
मैग्नेट टेस्ट: आप घर पर भी सोना की शुद्धता को जांच सकते हैं। यह चुबंक की मदद से किया जा सकता है। असली सोना चुंबक पर प्रतिक्रिया नहीं करता है इसलिए यदि आपका सोने का सामान किसी चुंबक से चिपक जाता है तो यह शुद्ध नहीं हो सकता है।
सोना खरीदते समय, जौहरी से पूरा बिल जरूर लें जिस पर सोना का वजन, कैरेट, उसपर हॉलमार्क आदि का जिक्र अवश्य हो। यह भविष्य में काम आता है।
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