सार
नीता-मुकेश अंबानी के कल्चरल सेंटर के शुभारंभ के मौके पर पहुंचे मेहमानों को जहां चांदी की चमचमाती थाली में व्यंजन परोसे गए, वहीं एक डिश ऐसी भी थी, जिसमें नोट लगे हुए थे। आखिर क्या है ये डिश और इसकी खासियत। आइए जानते हैं।
NMACC: नीता-मुकेश अंबानी के कल्चरल सेंटर के शुभारंभ के मौके पर पहुंचे मेहमानों को जहां चांदी की चमचमाती थाली में व्यंजन परोसे गए, वहीं एक डिश ऐसी भी थी, जिसमें नोट लगे हुए थे। नोटों वाली इस डिश की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें कटोरी के अंदर कोई स्वीट डिश के साथ 500 रुपए के नोट लगे हुए दिख रहे हैं। अब हर किसी के मन में यही सवाल है कि ये कौन-सी डिश है और इसका नाम क्या है?
जानें क्या है इस डिश का नाम :
दरअसल, इवेंट के दौरान मेहमानों को नोटों वाली जो डिश परोसी गई वो पुरानी दिल्ली की मशहूर दौलत की चाट (Daulat Ki Chaat) थी। इस चाट में लगे 500 रुपए के नोट को लेकर हर कोई सोच रहा है कि इसमें पैसे क्यों लगे हैं। दरअसल, ऐसा इसके नाम 'दौलत की चाट' को सार्थक करने के लिए है।
पुरानी दिल्ली में मशहूर है ये डिश :
दौलत की चाट पुरानी दिल्ली में काफी मशहूर है। देश के कोने-कोने से जब भी लोग यहां आते हैं, तो इस चाट को जरूर चखते हैं। दूध से बनी इस चाट की खासियत ये है कि ये मुंह में रखते ही घुल जाती है। इस झागदार मिठाई को दूध को घंटों तक फेंटकर बनाया जाता है। बाद में इसे रात में ठंडा होने के लिए छोड़ दिया जाता है। इसके बाद इसमें मावा और छेना भी मिलाया जाता है। बाद में इसे कुल्हड़ या दोने में परोसा जाता है।
दौलत की चाट के अलग-अलग नाम :
इसका नाम भले ही चाट है, लेकिन ये एक तरह की स्वीट डिश (मिठाई) है। दिल्ली में इसे दौलत की चाट कहते हैं। लेकिन दूसरे शहरों में इसे अलग-अलग नाम से जाना जाता है। कानपुर में इसे 'मक्खन मलाई' तो लखनऊ में निमिश के नाम से जानते हैं। वहीं वाराणसी में इसे 'मक्खन मलइयो' कहा जाता है।
सबसे पहले इन्होंने बनाई दौलत की चाट :
दौलत की चाट बनाने का श्रेय मुरादाबाद के रहने वाले एक किसान को जाता है। इनका नाम खेमचंद आदेश कुमार है। इन्होंने ही सबसे पहले इसे दिल्ली में शुरू किया था।
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