सार
आईपीओ में शेयर अलॉट होना गारंटीड नहीं है, लेकिन छोटी-छोटी गलतियां आपके आवेदन को अस्वीकार करवा सकती हैं। जानिए आईपीओ के लिए आवेदन कैसे करें और अलॉटमेंट के मौके कैसे बढ़ाएँ।
नई दिल्ली: देश के किसी भी रिटेल निवेशक से पूछिए, शेयर गिरने का दुःख से ज़्यादा दुःख आईपीओ में शेयर अलॉट न होने पर होता है। कई बार कोशिश करने के बाद भी आईपीओ में शेयर अलॉट नहीं होते, यह रिटेल निवेशकों की आम शिकायत है। वहीं अगर आईपीओ में बोली लगाकर शेयर अलॉट हो जाए तो खुशी का ठिकाना नहीं रहता। और अगर लिस्टिंग के दिन शेयर का भाव दोगुना हो जाए तो सोने पे सुहागा। लेकिन सच तो यह है कि आईपीओ में आवेदन करने वाले सभी को शेयर नहीं मिलते। हाल ही में लिस्ट हुए प्रीमियम एनर्जी के शेयरों को ही ले लीजिए। रिकॉर्ड स्तर पर इसके लिए आईपीओ आवेदन आए थे। लॉटरी सिस्टम से आखिरकार अलॉटमेंट किया गया। उम्मीद से कहीं ज़्यादा रिटर्न पहले ही दिन निवेशकों को मिला।
आईपीओ में शेयर अलॉट होने की कोई गारंटी नहीं है, लेकिन आपकी छोटी-छोटी गलतियाँ आपके आवेदन को अस्वीकार करवा सकती हैं। तो, आईपीओ के लिए आवेदन करते समय आपका आवेदन कैसा होना चाहिए? अलॉटमेंट के मौके कैसे बढ़ाएँ, जानिए यहां।
सही तरीके से आवेदन करें: आईपीओ आवेदन करते समय कोई भी गलती न करें। आपका पैन नंबर, डीमैट खाते का विवरण, बैंक विवरण सही होना चाहिए। स्पष्ट जानकारी न होने पर आवेदन रद्द कर दिया जाएगा। बोली लगाते समय एक तरफ निवेशक और दूसरी तरफ शेयरधारक के रूप में दो आवेदन भरने पर आपका आवेदन रद्द हो जाएगा।
एक ही पैन पर कई डीमैट खाते का इस्तेमाल न करें: एक डीमैट के लिए एक ही आवेदन, यह आपको याद रखना होगा। एक ही पैन नंबर का इस्तेमाल करके दो-तीन डीमैट खाते बनाकर उन सभी से आवेदन करने पर आपका आवेदन निश्चित रूप से खारिज हो जाएगा।
घर के सभी सदस्यों के डीमैट से आवेदन करें: अपने एक डीमैट खाते से आवेदन जमा करने के बाद चुप न बैठें। अगर आपके जीवनसाथी, बच्चे, रिश्तेदार, दोस्तों के नाम पर डीमैट खाता है, तो उनके नाम से भी आईपीओ के लिए आवेदन करें। आईपीओ अलॉटमेंट डीमैट के बजाय पैन कार्ड के आधार पर होता है। ऐसे में आपके पैन कार्ड और आपके दोस्तों के पैन कार्ड को भी शेयर अलॉट होने की संभावना रहेगी।
कंपनी में परिचितों के माध्यम से आवेदन: कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों को आईपीओ में शेयर खरीदने के लिए 'कर्मचारी' का विकल्प देती हैं। अगर आईपीओ ला रही कंपनी में आपके दोस्त या पति/पत्नी काम करते हैं, तो उनके पास कर्मचारी कोटे में आईपीओ शेयर खरीदने का मौका होगा। बाद में आप उनसे शेयर ट्रांसफर करवा सकते हैं।
ऐप के ज़रिए आवेदन करते समय सावधान रहें: ग्रो, ज़ेरोधा, इंडिया मनी समेत कई ब्रोकरेज ऐप भी आईपीओ के लिए बोली लगाने का मौका देते हैं। अगर आप ऐसे ऐप के ज़रिए आवेदन कर रहे हैं, तो यह सुनिश्चित कर लें कि आपका बैंक खाता, डीमैट खाता, यूपीआई आईडी, पैन नंबर लिंक है या नहीं। अपने नाम से आवेदन भरकर पत्नी की यूपीआई आईडी से पैसे ब्लॉक करने पर आपका आवेदन रद्द हो जाएगा।
अधिकतम कीमत चुनें: आईपीओ में एक प्राइस बैंड होता है। सोमवार से बोली के लिए आ रहे बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने अपने शेयर के लिए 66-70 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है। इस स्तर पर आपको अधिकतम कटऑफ मूल्य 70 चुनना चाहिए। प्रत्येक शेयर के लिए अधिकतम मूल्य देने के लिए सहमत होने पर आपको शेयर अलॉट होने की संभावना ज़्यादा होती है।
मूल कंपनी के शेयर खरीदें: उदाहरण के लिए, बजाज हाउसिंग फाइनेंस का आईपीओ बोली के लिए खुला है। अगर आपके पास मूल कंपनी बजाज फिनसर्व के शेयर हैं, तो आप पैरेंट कंपनी के शेयरधारक कोटे में बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ के लिए आवेदन कर सकते हैं। इससे अलॉटमेंट की संभावना बढ़ जाती है।