सार

एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स IPO में निवेश का आखिरी मौका आज! जानें सब्सक्रिप्शन स्टेटस, GMP और लिस्टिंग डेट। क्या इस शेयर में पैसा लगाना आपके लिए सही है?

Enviro Infra Engineers IPO: एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड के IPO में बोली लगाने के लिए 26 नवंबर आखिरी दिन है। दोपहर 1.30 बजे तक ये आईपीओ कुल 34.77 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। इश्यू को सबसे ज्यादा बोलियां NII कैटेगरी में मिलीं। इसमें ये आईपीओ 104.65 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। बता दें कि

किस कैटेगरी में कितना सब्सक्राइब हुआ इश्यू

Enviro Infra Engineers IPO को रिटेल कैटेगरी में अब तक 17.66 गुना सब्सक्रिप्शन मिल चुका है। वहीं, क्वॉलिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स (QIB) कैटेगरी में आईपीओ को 12.39 गुना बोलियां मिली हैं। इस IPO का कुल साइज 650.43 करोड़ रुपए है। कंपनी इस कीमत के बराबर 4,39,48,000 शेयर जारी करेगी। इसमें 572.46 करोड़ रुपए मूल्य के 3,86,80,000 फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे, वहीं मौजूदा शेयरहोल्डर्स और प्रमोटर्स 77.97 करोड़ रुपए मूल्य के 52,68,000 शेयरों की बिक्री OFS के जरिये करेंगे।

कितना है Enviro Infra Engineers का प्राइस बैंड

Enviro Infra Engineers IPO का प्राइस बैंड 140 से 148 रुपए के बीच तय किया गया है। वहीं, इसका लॉट साइज 101 शेयरों का है। रिटेल निवेशकों को इसके एक लॉट के लिए मिनिमम 14,948 रुपए का इन्वेस्टमेंट करना होगा। वहीं, अधिकतम 13 लॉट यानी 1313 शेयर के लिए 1,94,324 रुपए की बोली लगानी होगी।

कब होगा शेयरों का अलॉटमेंट और लिस्टिंग

Enviro Infra Engineers के शेयरों का अलॉटमेंट 27 नवंबर को होगा। वहीं, सफल निवेशकों के डीमैट खातों में 28 नवंबर तक शेयर क्रेडिट कर दिए जाएंगे। शेयरों की लिस्टिंग शुक्रवार 29 नवंबर को BSE-NSE पर एक साथ होगी। बता दें कि इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व रखा गया है।

कितना चल रहा Enviro Infra Engineers का GMP

Enviro Infra Engineers का शेयर ग्रे मार्केट में 55 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। सोमवार को इसका जीएमपी 53 रुपये पर था। बीते पांच दिनों में इस IPO का GMP 23 रुपये से बढ़कर 55 रुपये पहुंच गया है। मार्केट एक्सपर्ट्स ने इसे अच्छा संकेत माना है। हालांकि, किसी भी शेयर में निवेश से पहले उसके फंडामेंटल्स देखना जरूरी होता है। जीएमपी सिर्फ एक अनुमान है। एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स पानी और वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट्स, वॉटर सप्लाई स्कीम प्रोजेक्ट्स के डिजाइन, निर्माण, ऑपरेशन और मेंटेनेंस का काम करती है।

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