सार
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से लेकर यूके पीएम ऋषि सुनक और तमाम जी20 के ली़डर्स राजघाट पहुंचे और बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत आने वाले ज्यादातर विदेशी मेहमान राजघाट जाते हैं। इसमें ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का भी नाम है।
बिजनेस डेस्क : G20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन की सुबह-सुबह दुनिया के ताकतवर नेता दिल्ली में महात्मा गांधी की समाधि राजघाट (Raj Ghat) पहुंच रहे हैं। यहां महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के साथ अहिंसा का संदेश दे रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से लेकर यूके पीएम ऋषि सुनक और तमाम जी20 के ली़डर्स राजघाट पहुंचे और बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले राजघाट पर अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके आइजनहावर, ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय तक आ चुके हैं। राजघाट जाने वाले विदेशी नेताओं की लिस्ट काफी लंबी है। ऐसे में आइए जानते हैं राजघाट (Raj Ghat Delhi History) के बारें में 5 दिलचस्प बातें...
राजघाट के बारें में जानिए
- राजघाट राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) का समाधि स्थल है। यह दिल्ली में जमुना नदी के किनारे स्थित है। महात्मा गांधी की हत्या के बाद 1948 में यहीं उनका अंतिम संस्कार किया गया था। आज इसे राजघाट के नाम से जाना जाता है। यहां काले संगमरमर से महात्मा गांधी की समाधि स्थल बनी है।
- दिल्ली के मेमोरियल कॉम्प्लेक्स राजघाट (Memorial Complex Rajghat) में पहली समाधि महात्मा गांधी की है। उनके अलावा यहां 17 लोगों की समाधि बनी है।
- दिल्ली का राजघाट मेमोरियल कॉम्प्लेक्स 245 एकड़ में बनाया गया है। भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की समाधि भी यहीं हैं।
- राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि स्थल को वाणु जी भूटा ने तैयार किया है। इसे 'सादा जीवन उच्च विचार' की थीम पर बनाया गया है।
- दिल्ली राजघाट मेमोरियल कॉम्प्लेक्स में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति आइजनहावर, ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और वियतनाम के नेता हो-ची-मिन समेत दुनिया की कई बड़ी हस्तियां और ताकतवर नेताओं ने पौधारोपण किया है। उनके लगाए पेड़ यहां हैं।
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