सार
मुंबई के सबसे पुराने गणेश पंडालों में गणेश गली में मुंबईचा राजा एक हैं. बदलते ट्रेंड के साथ इस पंडाल का ड्रेंड भी बदल जाता है. यहां वे सभी बदलाव किए जाते हैं, जो काफी जरूरी होता है।
बिजनेस डेस्क : 19 सितंबर से गणेश उत्सव की शुरुआत हो जाएगी। 28 सितंबर तक 10 दिन चलने वाले इस महोत्वस को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिल है। मुंबई में तो गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2023) के उत्सव की अलग ही मान्यता है. महाराष्ट्र समेत देश के सभी हिस्सों में गणेशोत्सव (Ganeshotsav 2023) धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन मुंबई का गणेश उत्सव सबसे अद्भुत होता है। 'लालबाग का राजा' से लेकर कई जगह बड़े-बड़े गणेशोत्वस पंडाल सजाए जाते हैं, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। हर साल लाखों के भक्त इस उत्सव में शामिल होते हैं। कई बार तो 10-10 किलोमीटर तक लाइन लगी होती है। इस बीच आज हम आपको मुंबई के एक ऐसे पंडाल के बारें में बताने जा रहे हैं, जो अपनी भव्यता को लेकर फेमस हैं।
गणेश गली मुंबईचा राजा का दरबार
मुंबई के सबसे पुराने गणेश पंडालों में गणेश गली में मुंबईचा राजा (Ganesh Gali Mumbaicha Raja) एक हैं. बदलते ट्रेंड के साथ इस पंडाल का ड्रेंड भी बदल जाता है. यहां वे सभी बदलाव किए जाते हैं, जो काफी जरूरी होता है। यहां स्थापित होने वाली गणेश जी की प्रतिमा से लेकर सजावट तक बिल्कुल ट्रेंड के साथ किया जाता है। इसकी पॉपुलैरिटी दूर-दूर तक फैली है. दूर-दूर से भक्त यहां सिर झुकाने आते हैं।
गणेश गली मुंबईचा राजा दरबार की खासियत
गणेश गली मुंबईचा राजा का दरबार मुंबई के सबसे भव्य पडालों में से एक है। इसकी स्थापतना साल 1928 में की गई थी. इसकी दूरी लाल बागचा राजा से कुछ ही दूर है। पुराना होने के चलते गणेश गली चा राजा का ऐतिहासिक महत्व भी है। यहां की सबसे खास बात गणेश प्रतिमा और पंडाल की सजावट है. इस पंडाल में हर साल कुछ न कुछ नया देखने को मिलता है।
गणेश गली मुंबईचा राजा कैसे पहुंचे
अगर आप इस गणेश उत्सवर गणेश गली मुंबईचा राजा के दरबार पहुंचना चाहते हैं तो आप सबसे पहले अपने शहर से चिंचपोकली, कारीरोड या लोवर परेल रेलवे स्टेशन आना होगा। यहां से कुछ दूर पैदल चलकर आप गणेश गली मुंबईचा राजा तक पहुंच सकते हैं।
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