सार

आम आदमी अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए अक्सर लोन लेते हैं। लेकिन क्या आपको पता है लोन दो प्रकार के होते है। एक गुड लोन तो दूसरा बेड लोन। आइए जानते दोनों प्रकार के लोन के बारे में। 

बिजनेस डेस्क. आम लोग अपनी छोटी-बड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन का सहारा लेते है। मीडिल क्लास लोग एजुकेशन से लेकर अपना आशियाना बनाने के लोन लेने का फैसला करते है। इससे कई बड़े काम आसानी से होते हैं। लेकिन लोन को चुकाने के लिए भारी भरकम ब्याज भी चुकाना होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि लोन को भी दो कैटेगरी बांटा गया है। इसे Good और Bad में बांटा गया है। आइए जानते है दोनों तरह के लोन के बारे में।

सबसे पहले जानें क्या है Good Loan

गुड लोन में आपकी नेटवर्थ में इजाफा होता है। इसमें रिटर्न की दर आपके लोन की ब्याज से ज्यादा होती है। इसमें आपके करियर, संपत्ति में सकारात्मक इजाफा होता है। इससे आप समय के साथ सम्पत्ति को बढ़ा सकते है। इस कैटेगरी में लोन, एजुकेशन लोन और बिजनेस लोन आते हैं।

अब जानें Bad Loan के बारे में

बैड लोन में कर्ज पर ब्याज के अलावा और भी पैसे चुकाने पड़ते हैं। ऐसे में भविष्य में लोन लेना मुश्किल होता है। इसमें लेनदार और कर्जदार को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसकी लोन का ब्याज दर बहुत ज्यादा होती है। बैड लोन की कैटेगरी में ऑटो लोन, पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड पर लोन और कंज्यूमेबल लोन आते हैं।

लोन लेते समय रखें इन बातों का ध्यान

  • लोन लेते समय आपको ये बात ध्यान में रखना चाहिए कि आपको लोन लेना कितना जरूरी है। कितने रुपए की जरूरत है। और ब्याज की गणना करें।
  • डेट टू इनकम रेश्यो 40% से ज्यादा न होने दे। ये 30% से कम होना चाहिए।
  • क्रेडिट स्कोर बेहतर रखें, जिससे आपको लोन आसानी से मिल जाए। क्रेडिट स्कोर 650 से 900 के बीच होना चाहिए।
  • जल्दबाजी में और जरूरत से ज्यादा लोन न लें। EMI के लिए 35% तक रिजर्व रखें।
  • अगर आपने एक से ज्यादा लोन लिया है, तो जिस लोन का सबसे ज्यादा ब्याज हो, उसका भुगतान करें। 

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