सार
जितनी तेजी से दुनिया में बदलाव हो रहे हैं, उतनी ही तेजी हमारी जरूरतें भी बदल रही हैं। वर्तमान समय में सबसे बड़ी जरूरत हमारा हेल्थ और हमारी आजीविका बन चुकी है।
Health & Livelihood India. दुनिया में हो रहे तेज बदलाव की वजह से हेल्थ हमारी पहली प्राथमिकता बन चुका है। इससे पहले शायद ही कभी हेल्थ और आजीविका को लेकर इतना तनाव रहा होगा। यह बदलाव पूरी दुनिया में हुआ है और भारत भी इससे अछूता नहीं है। आज के समय में हमारा स्वास्थ्य और हमारी आजीविका जीवन की प्राथमिकता बन चुके हैं। यह बदलाव कोरोना महामारी के बाद तेजी से हुआ है। समझने वाली बात यह है कि इसके लिए हमारी फानांशियल कंडीशन बहुत अच्छी रखने की जरूरत है क्योंकि दोनों ही चीजें पैसे से जुड़ी हुई हैं। हम इस स्टोरी के जरिए हेल्थ और आजीविका के महत्व और इसे बेहतर बनाने वाले कदमों के बारे में बता रहे हैं।
स्वास्थ्य और आजीविका का महत्व
साधारण शब्दों में कहें तो हमारा स्वास्थ्य और हमारी आजीविका एक-दूसरे से गहरे जुड़े हैं। हमारी हेल्थ अच्छी है तो हम अपनी आजीविका को चला सकते हैं। लेकिन हमारी आय कमजोर है तो बेहतर स्वास्थ्य रख पाना मुश्किल हो जाता है। कुल मिलाकर दोनों में से किसी भी एक पहलू की अनदेखी होती है तो दूसरे का बैलेंस गड़बड़ हो जाएगा। हमें हेल्दी रहते हुए आजीविका सुरक्षित रखनी है ताकि इमरजेंसी में या फिर आर्थिक मंदी जैसी घटनाओं का सामना किया जा सके। हर व्यक्ति को इसके लिए तैयारी करके रखनी चाहिए क्योंकि कब क्या हो जाएगा, यह कोई नहीं जानता। कोरोना महामारी इसे सिद्ध कर चुकी है।
हेल्थ एंड लावलीहुड की तैयार कैसे करें
सबसे पहले हेल्थ की बात करते हैं, तो इसे बेहतर रखने के लिए आपको शारीरिक के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर रखना होगा। नियमित व्यायाम, संतुलित भोजन, पर्याप्त नींद, टेंशन दूर रखने और प्रसन्नचित्त रहने से हम अपने हेल्थ को बैलेंस रख सकते हैं। इसके अलावा जहां तक आजीविका की बात है तो एक इमरजेंसी फंड हमेशा तैयार रखना चाहिए। इसके अलावा अपने खर्च को संतुलित करें, बाहरी आडंबर, दिखावे या फिर बिना किसी जरूरत के खर्च को बिलकुल बंद कर देना चाहिए। इस पैसे को इमरजेंसी फंड में बढ़ाते रहे, जब तक कि यह न लगे कि हमारा फंड अच्छा बन चुका है।
नया कौशल, नए हुनर सीखते रहें
दुनिया में हर रोज बदलाव हो रहे है और वह भी बहुत ही तेजी के साथ। इसलिए जरूरत है कि नई तकनीक के अनुसार हमें नए-नए कौशल जरूर सीखते रहना चाहिए। आजीवन सीखन की कला विकसित कर लेने से आप हर समय और परिस्थिति में कामयाब हो सकते हैं। इसके अलावा यह भी अब बेहद जरूरी हो गया है कि आप परिवार के साथ ही दोस्तों, रिश्तेदारों और सहकर्मियों का अच्छा नेटवर्क तैयार रखें जो जरूरत के समय आपकी व्यवहारिक और आर्थिक मदद कर सके।
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