CBDT के "nudging campaign" के तहत 30,161 टैक्सपेयर्स ने ₹29,000 करोड़ से अधिक की विदेशी संपत्ति (Foreign Assets) घोषित की। इस अभियान के तहत भारत को 108 देशों से वित्तीय जानकारी मिली, जिससे टैक्स अनुपालन में 45.17% की वृद्धि हुई।
Indians attraction in foreign property: भारतीयों में विदेशी प्रॉपर्टी को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है। बीते साल 30,161 टैक्सपेयर्स ने ₹29,208 करोड़ से अधिक की विदेशी संपत्ति (Foreign Assets) घोषित की है। 24,678 करदाताओं (Taxpayers) ने अपने आयकर रिटर्न (ITR) की समीक्षा की जबकि 5,483 करदाताओं ने AY 2024-25 के लिए बिलेटेड रिटर्न दाखिल किए। इससे ₹1,089.88 करोड़ का अतिरिक्त कर राजस्व प्राप्त हुआ।
62% टैक्सपेयर्स ने स्वेच्छा से किए संशोधन
- 62% से अधिक करदाताओं ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और अपनी विदेशी संपत्ति तथा आय को सही तरीके से ITR में दर्शाया।
- AY 2021-22 में 60,000 करदाताओं ने विदेशी संपत्ति घोषित की थी, जो AY 2024-25 में बढ़कर 2,31,452 हो गई।
- 2023-24 की तुलना में विदेशी आय और संपत्ति के खुलासे में 45.17% की बढ़ोतरी हुई।
108 देशों से भारत को मिली वित्तीय जानकारी
सितंबर 2024 में भारत को 108 देशों से विदेशी खातों और आय (Interest और Dividends) से जुड़ी वित्तीय जानकारी मिली थी। इसके बाद CBDT ने 17 नवंबर 2024 को Compliance-Cum-Awareness Campaign लॉन्च किया, ताकि टैक्सपेयर्स अपने संशोधित ITR में विदेशी संपत्ति और आय की सही जानकारी दें।
FATCA और CRS डेटा के जरिए पारदर्शिता बढ़ाने की पहल
- सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) के अभियान में CRS (Common Reporting Standards) और FATCA (Foreign Accounts Tax Compliance Act, 2010) के तहत मिले डेटा का उपयोग किया गया।
- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने Schedule Foreign Assets और Schedule Foreign Source Income भरने के लिए गाइडलाइन भी जारी की।
- 19,501 करदाताओं को SMS और ईमेल भेजे गए जिनके विदेशी खातों में उच्च बैलेंस या महत्वपूर्ण विदेशी आय थी।
देशभर में आयोजित किए गए जागरूकता कार्यक्रम
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) ने देशभर में कैंपेन चलाया गया। 30 से अधिक सेमिनार, वेबिनार और आउटरीच सत्र आयोजित किए गए। सोशल मीडिया पर संवाद सत्र (Samvaad Sessions) के जरिए लाखों लोगों तक पहुंच बनाई गई। 8,500+ प्रतिभागियों ने इन जागरूकता अभियानों में भाग लिया।
CRS और FATCA: टैक्स अनुपालन में भारत की बड़ी भूमिका
- भारत 2018 से CRS डेटा प्राप्त कर रहा है और इसे 125+ देशों के साथ साझा कर रहा है।
- इसके तहत खातों का बैलेंस, डिविडेंड्स, ब्याज और सकल भुगतान (Gross Payments) की जानकारी स्वचालित रूप से साझा की जाती है।
- FATCA के तहत अमेरिका के साथ भी इसी तरह की जानकारी का आदान-प्रदान किया जाता है।
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