सार
दूसरी तिमाही के नतीजों से जेपी मॉर्गन ने कहा है कि आईटी सेक्टर में स्थिति निगेटिव है। भारतीय आईटी कंपनियां 'वॉशआउट' वर्ष के लिए तैयार हैं।
नई दिल्ली। अमेरिकी वित्तीय सेवा कंपनी जेपी मॉर्गन ने कहा है कि भारत की आईटी कंपनियों की स्थिति ठीक नहीं है। इस साल कंपनियों को लाभ होने की उम्मीद नहीं है। तिमाही के नतीजों से पहले जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों ने कहा है कि हम निगेटिव बने हुए हैं। भारतीय आईटी कंपनियां 'वॉशआउट' वर्ष के लिए तैयार हैं।
जेपी मॉर्गन ने कहा है कि 2025 में सुधार होने की उम्मीद है। विश्लेषक अंकुर रुद्र और भाविक मेहता ने बुधवार को कहा, "हम इस क्षेत्र पर नकारात्मक बने हुए हैं। हमने अपनी हालिया जांच में मांग में वृद्धि नहीं देखी है। हमें लगता है कि सभी सेटअप पिछली तिमाही की तरह सकारात्मक नहीं हैं।"
जेपी मॉर्गन ने बताया कि इंफोसिस लिमिटेड, टीसीएस, विप्रो लिमिटेड और एचसीएलटेक समेत सभी प्रमुख भारतीय आईटी कंपनियों ने पहले ही चेतावनी दी है कि ग्राहक खर्च कम कर रहे हैं। इन कंपनियों के अधिकांश ग्राहक अमेरिकी हैं। वे अपने आईटी खर्च कम कर रहे हैं। नए अनुबंध करने में देर कर रहे हैं और पुराने अनुबंध रद्द कर रहे हैं। आर्थिक विकास धीमा होने और लंबे समय तक ब्याज दरें ऊंची रहने के डर से यह स्थिति पैदा हुई है।
निवेशकों ने माना बर्बाद हो गया है वित्त वर्ष 2024
विश्लेषकों ने कहा कि निवेशकों ने मान लिया है कि वित्त वर्ष 2024 बर्बाद हो गया है। उन्होंने अपना ध्यान वित्त वर्ष 2025 पर केंद्रित कर दिया है। 2025 में उन्हें रिबाउंड की उम्मीद है। निफ्टी आईटी इंडेक्स ने पिछले तीन महीनों में ब्लू-चिप निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन किया है। इस तिमाही की आय रिपोर्ट में मुख्य रूप से इस बात पर ध्यान देना होगा कि नए सौदों के लिए कितने साइन हुए हैं। देखना होगा कि वित्तीय वर्ष 2025 की वृद्धि का आकलन करने के लिए कितने सौदे हो रहे हैं।
रुद्र और मेहता ने कहा कि हाल ही में इंडस्ट्री के विभिन्न अधिकारियों के साथ उनकी बैठख हुई है। इन बैठकों में उन्हें मांग बढ़ने को लेकर कोई सार्थक आशा नहीं दिखी है। कुछ रास्तों पर हरी झंडी दिख रही है, लेकिन कुल मिलाकर निर्णय लेने की प्रक्रिया और डील में सुस्त बनी हुई है। दुनिया के सामने आए आर्थिक संकट के चलते इस क्षेत्र में निगेटिव स्थिति बनी हुई है।
जेपी मॉर्गन को वित्त वर्ष 2025 में लार्ज-कैप आईटी कंपनियों के लिए सिंगल डिजिट में ग्रोथ होने की उम्मीद है। हालांकि बाजार की उम्मीदें डबल डिजिट ग्रोथ की हैं। जेपी मॉर्गन को उम्मीद है कि मिड-कैप कंपनियों में 2025 में डबल डिजिट में ग्रोथ हो सकता है। जेपी मॉर्गन ने इंफोसिस को "अंडरवेट" से "न्यूट्रल" में अपग्रेड किया है। टीसीएस, इंफोसिस और एचसीएलटेक के नतीजे अगले सप्ताह आएंगे।