आगामी केंद्रीय बजट के लिए PM मोदी 30 दिसंबर को आर्थिक विशेषज्ञों से मिलेंगे। बैठक का उद्देश्य रोजगार, निर्यात और निवेश बढ़ाने पर सुझाव लेना है। इसमें राजकोषीय घाटे को कम करने के उपायों पर भी चर्चा होगी।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय बजट पेश करने से पहले आर्थिक विशेषज्ञों से मिलकर चर्चा करने का फैसला किया है। यह बैठक कल (30 दिसंबर) दिल्ली में होनी है। इसमें आर्थिक विशेषज्ञों के अलावा, अलग-अलग सेक्टरों के एक्सपर्ट्स को भी बुलाया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक का मकसद आने वाले केंद्रीय बजट के लिए भारत के हित में सुझाव लेना है।
अगले वित्तीय वर्ष का केंद्रीय बजट 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। दुनियाभर में चल रहे कई संकटों के बीच, केंद्र सरकार का लक्ष्य भारत में रोजगार के मौके बढ़ाना, निर्यात को बढ़ावा देना और विदेशी निवेश को आकर्षित करना है। ऐसे में प्रधानमंत्री की यह बैठक काफी अहम हो जाती है।
इस बैठक में आर्थिक विशेषज्ञों के अलावा नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी और सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम भी शामिल होंगे। बैठक में राजकोषीय घाटे को कम करने और वित्तीय अनुशासन बनाए रखने के लिए भी सुझाव मांगे जाएंगे।
