सार

सरकार ने 12 जून को महंगाई दर के आंकड़े जारी किए है। अप्रैल में खाद्य महंगाई दर 8.75% थी। लेकिन मई यह घटकर महज 8.62% पर आ गई है। वहीं, बीते साल मई की तुलना में यह 3.3% ज्यादा है। यह बीते 12 महीनों में सबसे निचले स्तर पर रही।

बिजनेस डेस्क. बीते बारह महीने की तुलना में मई में महंगाई दर सबसे निचले स्तर पर रही। देश की रिटेल इन्फ्लेशन मई के महीने में 4.75% रही है। अप्रैल के महीने में 4.83% पर थी। सरकार ने इसके ताजा आंकड़ें बुधवार यानी 12 जून को जारी किए। बीते साल जून में महंगाई दर 4.81% थी। आपको बता दें कि महंगाई दर बीते एक साल में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के सहनीय स्तर 2 से 6% के अंदर बनी हुई है।

खाने की चीजें हुई सस्ती

अप्रैल में खाद्य महंगाई दर 8.75% थी। लेकिन मई यह घटकर महज 8.62% पर आ गई है। वहीं, बीते साल मई की तुलना में यह 3.3% ज्यादा है। मई के महीने में ग्रामीण महंगाई दर 5.28% पर रही। अप्रैल में यह 5.43% थी। मई में शहरी महंगाई दर 4.15% पर स्थिर रही।

सब्जियों की कीमत में मामूली गिरावट

अप्रैल में सब्जियों की महंगाई 27.8% थी। मई के महीने में इसमें मामूली गिरावट आई है। इस दौरान सब्जियों की महंगाई दर 27.3% रही है। वहीं, अनाज 8.69% और दाल 17.14% रही। इसके अलावा कपड़े और फुटवियर 2.74% और हाउसिंग सेक्टर की महंगाई 2.56% पर रही। ईंधन और बिजली अप्रैल में 4.24% रही। जो मई में घटकर 3.83% पर रही।

जानें कैसे तय होती महंगाई

ग्राहक रिटेल मार्केट से सामान खरीदता हैं। अब इससे जुड़ी कीमतों में बदलाव को दिखाने के लिए कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) करता है। हम समान और सर्विसेज के लिए जो एवरेज कीमत देते है, उसकी गणना CPI से होती है। इसमें लगभग 300 प्रोडक्ट्स की कीमतों के आधार पर रिटेल महंगाई की दर तय होती है।

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