सार

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में खाता है? WhatsApp या मैसेज के जरिए आये मैसेज में दिए गए लिंक पर भूलकर भी क्लिक न करें।

नई दिल्ली: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। एसबीआई बैंक खाताधारकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। 1 नवंबर से UPI भुगतान सहित बैंकिंग के कुछ नियम बदल गए हैं, और 1 दिसंबर से क्रेडिट कार्ड के नियमों में भी बदलाव होने वाला है। इसके बाद, एसबीआई खाताधारकों को WhatsApp और मैसेज के माध्यम से कुछ रिवॉर्ड पॉइंट्स के बारे में संदेश भेजे जा रहे हैं। एसबीआई बैंक ने आधिकारिक तौर पर इन संदेशों में दिए गए लिंक को खोलने से बचने की सलाह दी है।

धोखेबाज अब धोखाधड़ी के लिए नए साइबर क्राइम के तरीके खोज रहे हैं। हाल ही में, कई एसबीआई बैंक खाताधारकों को एक संदेश प्राप्त हुआ है जिसमें कहा गया है कि आपके रिवॉर्ड पॉइंट्स की समय सीमा समाप्त हो रही है। समय सीमा समाप्त होने से पहले पॉइंट्स रिडीम करें, ऐसा कहकर एक लिंक भेजा जा रहा है। नियमों में बदलाव के कारण ग्राहकों को इस तरह के स्कैम संदेश भेजे जा रहे हैं।

इस संदेश में लिखा होता है कि आपके रिवॉर्ड पॉइंट्स जल्द ही समाप्त हो रहे हैं, इसलिए जल्दी से पॉइंट्स रिडीम करें। अगर आप इस लिंक को खोलते हैं, तो आपके खाते से पैसे गायब हो सकते हैं। धोखेबाज इस लिंक के जरिए आपके खाते पर हमला करेंगे और कुछ ही पलों में आपके खाते से सारे पैसे निकाल लेंगे। बैंक ने यह भी सलाह दी है कि अगर आपके एसबीआई खाते में पैसे नहीं हैं, तब भी इस लिंक को खोलने की कोशिश न करें। आपके खाते में पैसे न होने पर भी, धोखेबाज आपकी बैंक डिटेल्स, पैन कार्ड डिटेल्स जैसी व्यक्तिगत जानकारी चुराकर आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं।

एसबीआई ने अपनी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में इस बारे में चेतावनी दी है। एसबीआई ने कहा है कि वह WhatsApp या मैसेज के जरिए ग्राहकों को उनके रिवॉर्ड पॉइंट्स की समय सीमा, रिवॉर्ड पॉइंट्स की राशि या किसी अन्य जानकारी के बारे में संदेश नहीं भेजता है। यह सारी जानकारी एसबीआई नेट बैंकिंग, ऐप या नजदीकी शाखा में जाकर ही प्राप्त करें।

संदेश में दिए गए किसी भी फोन नंबर या लिंक पर भरोसा न करें। सीधे बैंक के कस्टमर केयर पर कॉल करें या आधिकारिक ऐप या वेबसाइट के जरिए जानकारी प्राप्त करें। अपने बैंक खाते में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन सुरक्षा को सक्रिय करें। इससे लेनदेन के दौरान पिन के अलावा ओटीपी कोड भी जरूरी होगा। यह आपके खाते को दो स्तरीय सुरक्षा प्रदान करेगा।

सोशल मीडिया, WhatsApp या मैसेज के जरिए आने वाले संदेशों को पढ़कर उन पर विश्वास न करें। अपनी नेट बैंकिंग या बैंक ऐप के जरिए ही जानकारी की पुष्टि करें। बैलेंस चेक, रिवॉर्ड पॉइंट्स सहित सभी जानकारी आधिकारिक तौर पर वहीं उपलब्ध होती है। इसलिए बाहरी लिंक या संदेशों पर भरोसा न करें, ऐसा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने सलाह दी है। अज्ञात लोगों या फॉरवर्ड किए गए संदेशों के लिंक पर क्लिक न करें और किसी भी ऑफर या अन्य लुभावने वादों में न फँसें।