आसमान छू रहा गोल्ड का दाम...क्या यह गहने खरीदने का राइट टाइम है?
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हाल के दिनों में सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती का फैसला इसका मुख्य कारण है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कीमतें बढ़ती रहने पर सोना खरीदना चाहिए? या फिर कीमतों में गिरावट का इंतजार करना चाहिए? इस सवाल का जवाब अर्थशास्त्री आनंद श्रीनिवासन ने दिया है।
पिछले बुधवार को अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में कटौती का फैसला किया। अमेरिका के इस फैसले की गूंज दुनिया के कई देशों में सुनाई दी। इसके परिणामस्वरूप, दुनिया भर में सोने की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक के फैसले का कई देशों के शेयर बाजारों पर भी असर पड़ा।
भारत में भी सोने की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। चेन्नई में 22 कैरेट सोने का भाव 6,885 रुपये प्रति ग्राम है। वहीं, मुंबई में एक ग्राम सोना 6,975 रुपये में बिक रहा है।
इस बीच, आर्थिक विशेषज्ञ आनंद श्रीनिवासन ने सोने की कीमतों में वृद्धि पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "हमारे देश में सोने की कीमतें जगह के हिसाब से अलग-अलग होती हैं। हर शहर में कीमतों में अंतर होता है। मुंबई जैसे शहरों की तुलना में चेन्नई में सोने की कीमतें थोड़ी कम हैं। इसलिए, मुंबई की तुलना में चेन्नई में सोने की बिक्री अधिक होती है।"
"अमेरिका में सोने की कीमत 2564 डॉलर प्रति औंस है। इस हिसाब से हमारे देश में सोने की कीमत 6900 रुपये होनी चाहिए थी। लेकिन, यह उससे थोड़ी कम है। सबसे पहले तो शेयर बाजार में मिलने वाले गोल्ड बिस्कुट के आधार पर सोने की कीमत तय नहीं करनी चाहिए।
एक निश्चित मात्रा में सोना देश में अवैध तरीके से भी आता है। सोने पर आयात शुल्क लगने के कारण, इससे बचने के लिए सोने की तस्करी होती है। हालिया बजट में इस शुल्क में कमी की गई है, जिसके बाद सोने की तस्करी में कमी आई है। आधिकारिक तौर पर सोने का आयात भी बढ़ा है।
इसलिए, अभी सोने की सही कीमत बताना मुश्किल है। लेकिन, लंबी अवधि के लिहाज से देखें तो मौजूदा ट्रेंड साफ है। अमेरिका का कहना है कि 2027 तक ब्याज दरें 3% पर बनी रहेंगी। अगर ऐसा होता है तो सोने की कीमतें और बढ़ेंगी। इसलिए, अभी सोना खरीदना फायदेमंद हो सकता है। नहीं तो बाद में पछतावा होगा कि पहले सोना क्यों नहीं खरीदा।"
केंद्रीय बजट में सोने पर आयात शुल्क कम करने से पहले सोने की कीमतें जितनी थीं, फिलहाल उतनी ही हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि सोने की कीमतों में और इजाफा होगा।