SIP Myths vs Reality: क्या 1 एसआईपी मिस होने से Mutual Fund बंद हो जाता है?
SIP Mistakes : सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान यानी SIP आज म्यूचुअल फंड में निवेश का सबसे आसान तरीका माना जाता है। लेकिन अगर आपकी SIP किसी महीने मिस हो जाती है, तो सिर्फ वो एक किस्त नहीं जाती, पूरी प्लानिंग डगमगा सकती है। जानिए ऐसे में क्या करें?

SIP मिस होने पर क्या अकाउंट बंद हो जाता है?
अगर आपके बैंक अकाउंट में SIP डेट पर पर्याप्त बैलेंस नहीं है तो बैंक का ऑटो-डेबिट फेल हो सकता है, SIP स्किप या रिजेक्टेड हो जाती है। एक-दो एसआईपी मिस होने पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ता लेकिन अगर लगातार SIP फेल हो रहा है तो फंड हाउस SIP को कैंसिल कर सकता है और सबसे बड़ा नुकसान कंपाउंडिंग का पावर टूट जाता है। 1 साल की 2 SIP मिस होने से 15 साल बाद आपका फंड 3-4 लाख रुपए या ज्यादा भी कम हो सकता है।
SIP बार-बार मिस होने के 5 सबसे बड़े कारण क्या हैं?
- सैलरी डेट और SIP डेट का मिसमैच होना। जैसे सैलरी 5 तारीख को आती है, लेकिन SIP 2 तारीख को ही कटती है।
- बैंक अकाउंट में बैलेंस नहीं होना यानी अकाउंट खाली है या UPI ट्रांसफर से बैलेंस चला गया।
- बैंक मैनडेट का लिमिट बहुत कम या इनएक्टिव होना।
- बैंक अकाउंट बदल जाना और मैनडेट अपडेट न करना।
- नेटवर्क या टेक्निकल फेलियर या इंस्ट्रक्शन मिसमैच।
SIP मिस न हो इसके लिए क्या करें?
- सैलरी डेट से SIP डेट मैच करें। अगर आपकी सैलरी 1 या 5 तारीख को आती है, तो SIP डेट 7 से 10 तारीख के बीच रखें। इससे बैलेंस बना रहेगा और ऑटो डेबिट फेल भी नहीं होगा।
- अलग 'इन्वेस्टमेंट बैंक अकाउंट' खोलें। हर महीने सैलरी के बाद एक फिक्स रकम इस अकाउंट में ट्रांसफर करें। इससे SIP सिर्फ इस अकाउंट से कटेगी और खर्च से अलग रहेगा।
- ऑटोमैटिक ट्रांसफर सेट करें। बैंक में स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन या ऑटो ट्रांसफर सेट करें,ताकि सैलरी आने के बाद SIP अकाउंट में खुद पैसा चला जाए।
- Flexi SIP का इस्तेमाल करें। कई फंड हाउस अब फ्लैक्सी SIP देते हैं, इसमें आप अमाउंट घटा-बढ़ा सकते हैं। इससे अगर पैसे कम हैं तो भी SIP कैंसिल नहीं होगी, बस अमाउंट कम हो जाएगी।
- बैंक मैनडेट को समय-समय पर चेक करें। लिमिट सही है या नहीं? अकाउंट एक्टिव है या नहीं? अगर नया अकाउंट खोला है तो क्या अपडेट किया गया?
SIP मिस को रोकने के लिए 5 बेस्ट टिप्स क्या हैं?
- अकाउंट में हमेशा 1 महीने की SIP का बैकअप बैलेंस रखें।
- एसआईपी डेट से 1-2 दिन पहले बैलेंस कंफर्म करें।
- कैश क्रंच है तो SIP को टेम्पररी रोकें, फेल न होने दें।
- उमंग, जीरोधा और, Groww जैसे ऐप से SIP अपडेट रखें।
- SMS या Email से SIP रिमाइंडर एक्टिवेट करें।
SIP कितने लोग करते हैं?
AMFI (Association of Mutual Funds in India) के मुताबिक, जून 2025 तक SIP से निवेश करने वाले निवेशकों की संख्या 7.5 करोड़ के पार पहुंच गई है, जो 2020 में सिर्फ 3.5 करोड़ थी। इससे पता चलता है कि एसआईपी को लेकर लोगों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ सामान्य जानकारी देने के लिए है। इसमें दी गई जानकारी निवेश सलाह नहीं है। म्यूचुअल फंड और SIP में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर या सेबी रजिस्टर्ड एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।