सार
लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना शुरू होते ही घरेलू बेंचमार्क सूचकांकों ने मंगलवार के सत्र में गिरावट के साथ कारोबार किया। यह इंडिया ब्लॉक के लिए उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन का संकेत था। वहीं दलाल स्ट्रीट पर हाईलेवल मुनाफावसूली पर बिकवाली शुरू हो गई।
बिजनेस डेस्क। लोकसभा चुनाव के बीच स्टॉक मार्केट में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। स्टॉक मार्केट पर नजर डालें तो सेंसेक्स आज 3200 अंकों से अधिक नीचे गिरा है। जबकि निफ्टी के शेयर्स 22,250 से नीचे गिरे हैं जिससे निवेशकों को 21 लाख करोड़ के नुकसान की संभावना है। 10 सालों ने पहली बार निफ्टी में 1100 अंकों की इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
कारोबार से जुड़ी कुछ खास बातें
- फरवरी 2022 के बाद निफ्टी में सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट देखी गई है।
- निफ्टी पीएसयू बैंक 9% से अधिक गिरा, ऐसे में सभी घटक गिर जाते हैं।
- अस्थिरता सूचकांक भारत VIX 33% से अधिक बढ़ गया।
- गौतम अडानी के शेयर में 11फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली।
- इनवेस्टर्स को भारी नुकसान, 21.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति बर्बाद।
- इलेक्शन रिजल्ट के उतार चढ़ाव के कारण 10 साल की पैदावार में 8 महीनों में सबसे बड़ी बढ़ोतरी देखी गई।
मार्केट को लेकर जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
लोकसभा चुनाव के साथ मार्केट में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहे हैं। यदि नतीजे एग्जिट पोल को सही साबित करते हैं तो भी निवेशकों को इनवेस्टमेंट को लेकर खरीदारी करने को लेकर जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है। एकस्पर्ट्स की माने तो लार्जकैप में इनवेस्टमेंट बनाए रखें और स्मॉलकैप निवेश के जरिेए भी कुछ मुनाफावसूली करें। कल देखने को मिला था कि लार्जकैप ने स्मॉलकैप के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया था। एस्सपर्ट्स का ये भी मानना है कि ये एफआईआई के खरीदार बनने का असर है। ऐसे में यदि एफआईआई इसी तरह खरीदारी करते रहते हैं तो लार्जकैप का निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प रहेगा। आरआईएल, एलएंडटी, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एमएंडएम की स्थिति फिलहाल मजबूत है।