सार

दुनिया के सबसे दिग्गज निवेशक ने बचपन में मूंगफली बेचकर कमाए पैसों से शेयर बाजार में शुरुआत की। आज बड़े से बड़े इन्वेस्टर उनकी इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजी फॉलो करते हैं।

बिजनेस डेस्क : शेयर मार्केट में पैसा कमाने के लिए सही शेयर और अच्छी स्ट्रैटजी की जरूरत होती है। बाजार की बारीकियों को सीखकर अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। स्टॉक मार्केट (Stock Market) में एक लड़के ने 3 शेयरों से अपनी शुरुआत की और आज अरबों-खरबों का मालिक बन गया है। हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे दिग्गत इन्वेस्टर वॉरेन बफेट (Warren Buffett) की। जिन्होंने कभी न्यूज पेपर, पॉपकॉर्न और मूंगफली बेचकर पैसे कमाए और उसे शेयर बाजार (Share Market) में लगा दिए। बफेट ही ऐसे पहले शख्स माने जाते हैं, जिन्होंने कंपाउंडिंग की ताकत को समझा और बाजार से हजारों करोड़ रुपए बनाए। आइए जानते हैं उनके इन्वेस्टमेंट जर्नी की वो बातें, जिनसे कई लोग अनजान हैं।

मूंगफली बेचकर खरीदे शेयर

वॉरेन बफेट के पिता हॉवर्ड बफेट स्टॉक ब्रोकर थे। उन्हें देखकर बचपन से ही वॉरेन की दिलचस्पी भी शेयर मार्केट में आने लगी। जब उनकी उम्र सिर्फ 6 साल थी, तभी उन्हें पैसे कमाने की धुन लग गई। चुइंग गम और कोका-कोला की बोतलें बेचकर पैसा जुटाया करते थे। साल 1942 में 11 की उम्र में न्यूज पेपर, गोल्फ बॉल, पॉपकॉर्न और मूंगफली बेचकर उन्होंने करीब 120 डॉलर कमाए, जो आज के समय में करीब 10 हजार रुपए हैं, लेकिन तब 120 रुपए रहे होंगे, क्योंकि 1947 में भारत के एक रुपए की कीमत 1 डॉलर के बराबर थी। इन पैसों को वॉरेन बफेट ने बहन डोरिस के साथ मिलकर शेयर बाजार में लगा दिए और 3 शेयर खरीदें। ये तानों शेयर अमेरिकी पेट्रोलियम कंपनी सिटीज सर्विस के थे। पहली बार ही उन्हें 5 डॉलर का मुनाफा हुआ और यहीं से उनकी शुरुआत शेयर बाजार में हो गई।

वॉरेन बफेट को प्रोफेसर ने सिखाए पैसे कमाने के 2 मंत्र

यूनिवर्सिटी ऑफ नेब्रास्का से ग्रेजुएशन के बाद वॉरेन बफेट ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में अप्लाई किया लेकिन उन्हें रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। इसी दौरान उन्होंने कोलंबिया बिजनेस स्कूल के कैटलॉग में बेंजामिन ग्राहम और डेविड डोड नाम के दो प्रोफसर्स का नाम देखा, जिनकी बुक 'सिक्योरिटी एनालिसिस' पहले से ही पढ़ रखी थी। इसके बाद उन्होंने दोनों प्रोफेसर को लेटर लिखकर उनसे पढ़ने की रिक्वेस्ट की। इसके बाद उन्हें कोलंबिया बुलाया गया। जहां प्रोफेसर ग्राहम ने उन्हें इन्वेस्टमेंट के दो रूल बताए। जिसे बफेट ने हमेशा अपनाया और आज इस मुकाम पर हैं। इनमें पहला नियम है- नेवर लूज मनी, मतलब अपने पैसे कभी मत खोना और दूसरा नियम है- पहले रूल को कभी भूलना मत...

वॉरेन बफेट की नेटवर्थ कितनी है

वॉरेन बफेट ने शेयर बाजार से 11 लाख करोड़ रुपए कमाए है। उनके पोर्टफोलियो में ऐपल, कोका-कोला और बैंक ऑफ अमेरिका जैसी 41 बड़ी कंपनियों के करीब 24 लाख करोड़ रुपए की इन्वेस्टमेंट है। 94 साल के बफेट दुनिया के 6वें सबसे अमीर इंसान हैं।

बफेट के पास सिर्फ एक घर

इतना पैसा होने के बावजूद वॉरेन बफेट के पास ओमाहा में एक ही घर है, जो उन्होंने 65 साल पहले सिर्फ 31,500 डॉलर में खरीदा था। आज इस घर की कीमत 44 गुना बढ़कर 14,39,000 डॉलर (11.9 करोड़ रुपए) पहुंच गई है। उनका मानना है कि किराए पर घर लेकर रहना सबसे अच्छा हो सकता है। उनके पोर्टफोलियो में यह एकमात्र अचल संपत्ति है।

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