सार

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने अपने 70 फीसदी कर्मचारियों को 100 प्रतिशत परिवर्तनीय वेतन देने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि कर्मचारी जैसा काम करेंगे उन्हें उसी अनुसार पैसा मिलेगा।

मुंबई। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने वेतन देने का नया फॉर्मूला अपनाया है। आमतौर पर कर्मचारियों को हर महीने अपनी कंपनी से तय वेतन मिलता है। TCS ने इसे बदल दिया है। कंपनी ने तय किया है कि वह अपने 70 फीसदी कर्मचारियों को 100 प्रतिशत परिवर्तनीय वेतन देगी।

इसका मतलब है कि कर्मचारी जैसा काम करेंगे उन्हें उसी अनुसार हर महीने पैसा मिलेगा। यह बदलाव 31 दिसंबर को समाप्त तीसरी तिमाही से किया गया है। इनमें जूनियर से मिड-लेवल के कर्मचारी शामिल होंगे। शेष कर्मचारियों को व्यवसाय-संबंधित उनके प्रदर्शन के आधार पर भुगतान मिलेगा। यह जानकारी TCS के सीएचआरओ मिलिंद लक्कड़ ने दी है।

TCS के Q3 आय सम्मेलन के दौरान मिलिंद लक्कड़ ने कहा, "70 प्रतिशत कर्मचारियों को 100 प्रतिशत परिवर्तनीय वेतन दिया जाएगा। शेष 30 प्रतिशत का भुगतान व्यवसाय-संबंधित प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।" TCS ने Q1 और Q2 दोनों में वेरिएबल पे को पूरी तरह से लागू कर दिया था। वहीं, विप्रो और इंफोसिस ने दूसरी तिमाही में परिवर्तनीय वेतन का केवल 80 प्रतिशत दिया था।

घट रही TCS के कर्मचारियों की संख्या

TCS के कर्मचारियों की संख्या घट रही है। लगातार दूसरी तिमाही में एक तिमाही से दूसरी तिमाही के बीच कंपनी के कर्मचारियों की संख्या में 5,680 की गिरावट आई है। एक तिमाही से दूसरी तिमाही के बीच कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर पहली तिमाही में 14.9 फीसदी थी। दूसरी तिमाही में इसमें सुधार हुआ। यह 13.3 फीसदी दर्ज की गई।

मिलिंद लक्कड़ ने कहा है कि नई प्रतिभाओं को लाने में उन्होंने करीब 18 महीने तक जो निवेश किया था, उसका अब फायदा मिलना शुरू हो गया है। कर्मचारियों के छोड़ने की 13.3 प्रतिशत की सीमा संतोषजनक है। यह हमारी आरामदायक सीमा तक आ गया है। उम्मीद है कि इसमें और कमी आएगी।

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कर्मचारियों की संख्या में कमी के सवाल पर लक्कड़ ने कहा, "पिछले कुछ वर्षों में (प्रतिभा को काम पर रखने में) एक महत्वपूर्ण निवेश हुआ है। हम आज उस निवेश का लाभ उठा रहे हैं।" गौरतलब है कि TCS ने 11 जनवरी को अपनी Q3FY24 आय की सूचना दी। शुद्ध लाभ सालाना 2 प्रतिशत बढ़कर 11,058 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं, समेकित राजस्व सालाना आधार पर 4 प्रतिशत बढ़कर 60,583 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है।