सार

पाकिस्तान में पिछले कुछ महीनों में आर्थिक हालात बद से बदतर हो चुके हैं। इसी बीच, पीएम शहबाज शरीफ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में IMF से होने वाले एग्रीमेंट पर बात की। उन्होंने कहा कि इस एग्रीमेंट के बाद अभी हालात और मुश्किल होंगे। 

Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान में पिछले कुछ महीनों में आर्थिक हालात बद से बदतर हो चुके हैं। आसमान छूती महंगाई के साथ ही पाकिस्तान का घटता विदेशी मुद्रा भंडार उसके लिए चिंता का सबब बना हुआ है। इसी बीच, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुद ये बात कबूल की है कि पाकिस्तान में अभी सबसे बुरे दिन आना बाकी हैं। दरअसल, शरीफ ने मान लिया है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ संभावित समझौते के बाद पाकिस्तान में महंगाई अपने चरम पर होगी।

मिनी बजट का असर गरीबों पर न पड़े :

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा- IMF के साथ होने वाला समझौता अपने अंतिम दौर में है। हमें उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में हम आईएमएफ से जुड़े मसले सुलझा लेंगे। सरकार की भरपूर कोशिश है कि मिनी बजट का असर गरीब लोगों पर न पड़े। मिनी बजट के जरिए ज्यादातर टैक्स लग्जरी आइटम्स पर लगाए गए हैं, ताकि इसका बोझ गरीब तबके पर ना पड़े।

गरीब आदमी ने हमेशा कुर्बानी दी :

पीएम शहबाज शरीफ ने कहा- पिछले 75 साल में जो आज हमारी हालत है, पाकिस्तान के अंदर जो गरीब तबका है, उसने हमेशा कुर्बानी दी है। फिर चाहे 1965 की जंग के बाद बिगड़े आर्थिक हालात हों या अब का मामला, हमेशा गरीब आदमी ने उसे बर्दाश्त किया। अगर पाकिस्तान में भूकंप आया तो उसके नतीजे में गरीब आदमी पिसा। अगर बाढ़ आए तब भी गरीब, यतीम और बेवाओं की जिंदगी और मुश्किल भरी हो गई। उन्होंने कहा कि पिछले 75 साल में हुकूमतों ने अगर बजट में इजाफा किया तो उसका सारा बोझ गरीबों पर आया।

IMF के समझौते के बाद आएंगी मुश्किलें :

शहबाज शरीफ ने आगे कहा- IMF ने कुछ सब्सिडी कम की है और ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं गरीबों को ही देने के लिए कहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईएमएफ से समझौते के बाद कुछ कठिनाइयां होंगी। महंगाई और बढ़ सकती है। लेकिन हमें आत्मसंयम से काम लेना होगा। इसके लिए देश के अमीर, बिजनेसमैन और गरीब तबका, सभी को मिलकर धैर्य से काम लेना होगा।

गैस, पानी और बिजली बिल अपनी जेब से भरेंगे मंत्री :

शरीफ ने कहा कि राजनीतिक नेतृत्व ने हाल ही में कैबिनेट बैठक में कुछ अहम फैसले लिए हैं। इसके तहत सभी मंत्रियों, सलाहकारों और विशेष सहायकों को विशेष वेतन और भत्ते नहीं मिलेंगे। गैस, पानी और बिजली के बिल अब मंत्री अपनी जेब से भरेंगे।

अब इकोनॉमी क्लास में यात्रा करेंगे पाकिस्तानी सांसद :

इसके अलावा सभी कैबिनेट सदस्यों से लग्जरी वाहनों को वापस लिया जा रहा है, जिनकी नीलामी की जाएगी और केवल एक सुरक्षा वाहन मंत्रियों को दिया जाएगा। जहां इसकी आवश्यकता होगी। स्टॉफ कर्मचारियों को विदेश यात्रा की परमिशन नहीं होगी और सभी सांसद घरेलू यात्रा के लिए इकोनॉमी क्लास में जाएंगे। मंत्री अपनी विदेश यात्राओं के दौरान पांच सितारा होटलों में नहीं रुकेंगे।

हम पीछे मुड़ने के बजाय आगे बढ़ना चाहते हैं :

पीएम शहबाज शरीफ ने कहा- आज के हालात में हम पीछे मुड़कर देखने के बजाय, खुद को आगे ले जाने के अपने संकल्प को और मजबूत बनाना चाहते हैं। पाकिस्तान सरकार और आईएमएफ के बीच बातचीत अंतिम दौर में है। हालांकि, हमें आईएमएफ की शर्तों को पूरा करना होगा। आईएमफ की तरफ से सब्सिडी कम करने की शर्त रखी गई है, जिसे सरकार लागू कर रही है।

जाने क्यों IMF पर बात करते-करते बौखलाए शहबाज :

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम शहबाज शरीफ जब IMF से किए जाने वाले समझौते पर बात कर रहे थे, तभी माइक से कुछ आवाज आने लगी। इस पर शरीफ ने कहा- ये आवाज काहे की आ रही है? इस पर किसी ने कहा मोबाइल की आवाज है। तब शरीफ बोले- मेहरबानी करके अपने मोबाइल बंद कर लें। इस पर किसी ने कहा अपनी-अपनी जेबें देख लो। तब शरीफ बोले- नहीं, मेरी जेब में नहीं है। ये सुनकर वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े।

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