सार
Mukesh Ambani का जन्म 19 अप्रैल, 1957 में यमन में हुआ था। धीरूबाई अंबानी के सबसे बड़े बेटे मुकेश ने रिलांयस की कमान संभालते ही इसे उन्नति के शिखर पर ले गए। आज रिलायंस और उससे जुड़ी हुई कंपनियां भारत में लाखों लोगों के लिए रोजगार का जरिया हैं।
बिजनेस डेस्क। भारत के सबसे अमीर बिजनेसमैन और रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) इस देश की महान शख्सियतों में भी शुमार किए जाते हैं। मुकेश अंबानी केवल व्यापार ही नहीं करते, बल्कि पूरी दुनिया में इंडिया को रिप्रिजेंट करने की ताकत रखते हैं। मुकेश अंबानी एशिया के सबसे बड़े रईस है, इससे ही समझा जा सकता है कि उनके मुकाबले चीन जैसे देशों में भी कोई खड़ा नहीं हो सकता है। भारत की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर इस महान हस्ती को योगदान का भी उल्लेख करना बेहद जरुरी है।
ये भी पढ़ें- भारत की उपलब्धियों का अमिट नाम हैं Ratan Tata, सपेरों का देश कहने वालों से खरीद ली उन्हीं की टॉप कंपनी
रिलायंस सामाजिक कार्यो में भी है संलग्न
मुकेश अंबानी का जन्म 19 अप्रैल, 1957 में यमन में हुआ था। धीरूबाई अंबानी के सबसे बड़े बेटे मुकेश ने रिलांयस की कमान संभालते ही इसे उन्नति के शिखर पर ले गए। आज रिलायंस और उससे जुड़ी हुई कंपनियां भारत में लाखों लोगों के लिए रोजगार का जरिया हैं। रिलांयस देश में कई सामाजिक संस्थानों का संचालन भी करती हैं, जिसमें शिक्षा से लेकर मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराना भी शामिल है।,
कोरोना महामारी में की ऑक्सीजन की सप्लाई
देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने कोरोना महामारी के दौरान पीड़ितों के लिए गुजरात के जामनगर से महाराष्ट्र की रिफाइनरी कॉम्पलेक्स को ऑक्सीजन का सप्लाई करके बड़ा की थी । इसके लिए कोई कीमत नहीं योगदान दिया था। बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज का महाराष्ट्र में सबसे बड़ा रिफाइनरी कॉम्पलेक्स है। यह दुनिया की बड़ी रिफाइनरीज में से एक है।
ये भी पढ़ें- PVR और Inox के हाथ मिलाने की क्या है वजह, नए नाम के साथ काम करेगी नई टीम, देखें डिटेल
प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए बढाया हाथ
वहीं रिलायंस ने कोरोना महामारी में कोविड 19 के मरीजों को ले जाने वाले वाहनों को मुफ्त ईंधन देने तथा विभिन्न शहरों में मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की थी। कंपनी ने सीएसआर (कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी) यूनिट के द्वारा कोरोना वायरस मरीजों के लिये अस्थाई अस्पतालों की भी स्थापना की थी। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने लॉकडाउन के दौरान स्थायी और ठेका कर्मचारियों को पूरा वेतन दिया था। कंपनी ने कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के लिए आपातकालीन वाहनों को मुफ्त में ईंधन भी उपलब्ध कराया था। वहीं रिलायंस फाउंडेशन ने गरीबों और बेरोजगार हुए लोगों महीनों तक मुफ्त में खाना उपलब्ध कराया था । इसके अलावा रिलायंस फाउंडेशन कई सामाजिक कार्यो को करती है।
ये भी पढ़ें- सोशल मीडिया पर जितनी मर्जी भला- बुरा बोलिए, Elon Musk ला रहे Free Speech के लिए नया FB जैसा
नीता अंबानी संचालित करती हैं रिलायंस फाउंडेशन
मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी भारतनाट्यम की प्रशिक्षित डांसर हैं। इसके अलावा, वे समाज सेवा के कामों से लगातार जुड़ी रहती हैं। वे रिलायंस फाउंडेशन (Reliance Foundation) के जरिए सोशल सर्विस से जुड़े काम भी करती हैं। इसके लिए देश-विदेश में उनकी खास पहचान है। अमेरिका के सबसे बड़े आर्ट म्यूजियम का उन्हें ट्रस्टी बनाया गया है। अमेरका के न्यूयॉर्क स्थित मेट्रोपॉलिटिन म्यूजियम ऑफ आर्ट (Metropolitan Museum of Art) का ट्रस्टी बनना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। नीता अंबानी ‘द मेट्स इंटरनेशनल काउंसिल’ की सदस्य भी हैं। देश की सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने के लिए रिलायंस फाउंडेशन समय-समय पर प्रयास करता रहा है। रिलायंस फाउंडेशन के जरिए देश में खेल और विकास की योजनाओं को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए युवाओं को इससे जोड़ने की कोशिश की जा रही है।
ये भी पढ़ें- 3 महीने के हाई पर पहुंची बिटकॉइन की कीमत, जानिए क्रिप्टोकरेंसीज के फ्रेश प्राइस