सार

अक्सर लोग पैन कार्ड खो जाने के बाद घबरा जाते हैं, लेकिन अब टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है, अब आप घर बैठे आसानी से चंद मिनट में ई-पैन कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है पूरा प्रोसेस..
 

नई दिल्ली :  आज के समय में पैन कार्ड (PAN Card) एक जरूरी दस्तावेज हो गया है, इस कार्ड का इस्तेमाल बैंकिग सेवाओं से लेकर टैक्स भरने सहित कई अन्य जरूरी चीजों के लिए होता है। इस कार्ड के बिना आप किसी फाइनेंशियल सेक्टर में पैसे नहीं लगा सकते हैं, लेकिन यदि आपका पैन कार्ड गुम जाए और तत्काल आपको इस कार्ड की जरूरत हो, तो घबराने की कोई जरूरत नहीं, क्योंकि अब आप ऑनलाइन तरीके इस कार्ड को डाउनलोड कर सकते हैं। आइए जानते हैं पूरा प्रोसेस  

इस तरह ऑनलाइन डाउनलोड करें पैन कार्ड

  • सबसे पहले आप पैन कार्ड की ऑफिशियल वेबसाइट https://www।onlineservices।nsdl।com/paam/endUserRegisterContact।html पर जाएं। 
  • डाउनलोड ई-पैन ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • फिर पैन कार्ड नंबर, आधार कार्ड नंबर डालना और अपना डेट ऑफ बर्थ भरें। 
  • कैप्चा भरें और सबमिट बटन पर क्लिक करें
  • रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी (One Time Password) आएगा।
  • ओटीपी भरने के बाद सबमिट का बटन दबाएं।
  • इसके बाद एक पेमेंट करने का विकल्प दिखाई देगा। यहां पर आपको 8.26 रुपये का पेमेंट करना होगा।
  • पेमेंट को डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या UPI के जरिए से कर सकते हैं।
  • पेमेंट होने के बाद आप E-PAN कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
  • गौरतलब है कि ई-पैन कार्ड की पीडीएफ फाइल password protected होती है। इसे ओपेन करने के लिए आपको जन्मतिथि पासवर्ड के रूप में डालनी होगी।

क्या है ई-पैन कार्ड
ई पैन कार्ड को डिजिटल या ऑनलाइन पैन कार्ड भी कहा जाता है। यह आपके पैन कार्ड का एक ऑनलाइन रूप होता है। इसका इस्तेमाल आप फिजिकल पैन कार्ड की तरह कर सकते हैं।

क्या होता है पैन कार्ड 
PAN एक परमानेंट अकाउंट नंबर होता है, जिसका इस्तेमाल टैक्स भरने से लेकर बैंक खाता खोलने, निवेश करने और अन्य चीजों के लिए किया जाता है। इसमें पैन नंबर और कार्डधारक की पहचान संबंधितक जानकारी होती है। बता दें पैन कार्ड में अंग्रेजी के अक्षर और अंको एक समूह है, यह दस अंकों का होता है।

कहां-कहां लगता है पैन कार्ड

  • बैंक में 50 हजार रुपये से अधिक के लेन-देने पर। 
  • क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए।
  • 5 लाख रुपये से अधिक कीमत की गाड़ियों को खरीदने के लिये। 
  • इनटैक्स भरने में।
  • बैंक खाता खुलवाने में पहचान पत्र के रूप में।
  • यात्रा में पहचान प्रमाण पत्र के रूप में।
  • शेयर बजार के लेन-देन में।
  • पासपोर्ट बनवाने में।
  • ड्राईविंग लाइसेंस बनवाने में।

1972 में हुई थी पैन कार्ड की शुरुआत
बता दें कि पैन कार्ड की देश में पैन कार्ड की शुरुआत 1972 में हुई, लेकिन इसे 1 जनवरी 2005 से आयकर विभाग को किये जाने वाले भुगतान में पैन कार्ड विवरण देना अनिवार्य बना दिया गया।  
 

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