सार
पैरेंट्स लगातार बोर्ड और स्कूलों से 9वीं और 11वीं के लिए ऑनलाइन एग्जाम की मांग कर रहे हैं। इसके लिए दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन (DPA) ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को पत्र लिखकर ऑनलाइन एग्जाम करवाने की अपील की है।
करियर डेस्क. देशभर में कोविड महामारी के बाद चीजें नॉर्मल हो रही हैं। कई राज्यों में बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। वहीं CBSE बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं मई से शुरू होंगी। इस बीच दिल्ली के प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 9वीं व 11वीं क्लास के बच्चों के अभिभावक संक्रमण को लेकर परेशान हैं।
पैरेंट्स लगातार बोर्ड और स्कूलों से 9वीं और 11वीं के लिए ऑनलाइन एग्जाम की मांग कर रहे हैं। इसके लिए दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन (DPA) ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को पत्र लिखकर ऑनलाइन एग्जाम करवाने की अपील की है। सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर अभिभावकों ने दिल्ली के उप राज्यपाल समेत तमाम सहायक संस्थाओं से भी गुहार लगाई।
जब क्लास Online तो परीक्षाएं भी ऑनलाइन
पैरेंट्स का कहना है कि, जब क्लास Online ली जाती हैं तो परीक्षाएं भी ऑनलाइन ही होनी चाहिए। वहीं शिक्षा मंत्रालय चाहता है कि अगली कक्षा में प्रमोट करने से पहले ने 9 वीं और 11 वीं कक्षा की परीक्षाएं आयोजित की जाएं. परीक्षा ऑफलाइन माध्यम से आयोजित की जा सकती हैं। हालांकि दिल्ली सरकार के पास ऑनलाइन परीक्षा (Online Exam) करने का भी प्रस्ताव है।
दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन ने उठाई मांग
दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन (Delhi Parents Association) की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने कहा कि 'पेरेंट्स और बच्चों की लगातार अपील के आधार पर हमने दिल्ली सरकार (Delhi Government) से 9वीं और 11वीं क्लास के बच्चों के ऑनलाइन एग्जाम (Online Exam) करवाने की अपील की है। यह अपील दिल्ली के सभी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की परीक्षा के लिए की गई है।'
बच्चों के लिखने की प्रैक्टिस छूटी
अपराजिता गौतम ने कहा कि, 'हमारे पास लगातार सैंकड़ों पेरेंट्स और बच्चों के मेल आ रहे हैं। वह सभी इसी बात को लेकर चिंतित हैं कि स्कूल क्यों ऑफलाइन एग्जाम या फिजिकल एग्जाम पर दबाब डाल रहे हैं, जब पिछले 10-11 महीनों से पढ़ाई ऑनलाइन करवाई गयी। इस मामले में लिखित परीक्षा के लिए बच्चों की प्रैक्टिस छूट जाना भी एक कन्सर्न है।
नियमों की हो रही अनदेखी
एसोसिएशन का कहना है कि, सरकार स्कूलों को खोलने का ऐलान नहीं करती, तब भी तो स्कूल ऑनलाइन एग्जाम लेते। शिक्षा विभाग के एक ऑर्डर के अनुसार 9वीं व 11वीं क्लास के बच्चे पेरेंट्स की अनुमति से ही स्कूल जायेंगे, जबकि कुछ स्कूल अनुमति पत्र के बिना ही बच्चों को स्कूल बुला रहे हैं। कई स्कूलों द्वारा पेरेंट्स से एनओसी नहीं मांगा गया। ऐसे ही बहुत से स्कूल हैं जो नियमों की अनदेखी कर रहे हैं।