सार
कैंडिडेट्स का 10वीं या 12वीं पास होना जरूरी है। भर्ती के लिए सेना के मेडिकल और फिजिकल स्टैंडर्ड भी मान्य होंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मंगलवार को भारतीय सेना में शामिल होने के लिए 'अग्निपथ भर्ती योजना' (Agnipath recruitment scheme) की घोषणा की।
करियर डेस्क. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मंगलवार को भारतीय सेना में शामिल होने के लिए 'अग्निपथ भर्ती योजना' (Agnipath recruitment scheme) की घोषणा की। इस योजना के अनुसार, देश के युवाओं को चार साल तक सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा। इस योजना के तहत सेना में शामिल होने वाले जवानों को अग्निवीर कहा जाएगा। कैंडिडेट्स को हर चार साल में अलग-अलग पैकेज में वेतन दिया जाएगा। इसके साथ ही कैंडिडेट्स को इंश्योरेंस की भी सुविधा मिलेगी।
कौन बन सकता है अग्निवीर
अग्निपथ योजना का लाभ पुरुष और महिला दोनों कैंडिडेट्स को मिलेगा। दोनों के लिए सेना में भर्ती होने की जो उम्र निर्धारित की गई है। वो 17.5 से लेकर 21 साल तक है। इसके साथ ही कैंडिडेट्स का 10वीं या 12वीं पास होना जरूरी है। भर्ती के लिए सेना के मेडिकल और फिजिकल स्टैंडर्ड भी मान्य होंगे। इस क्राइटेरिया को पूरा करने वाले कैंडिडेट्स को ही अग्निवीर कहा जाएगा।
कितने दिनों की होगी ट्रेनिंग
इस योजना के तहत भर्ती होन वाले कैंडिडेट्स को ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसले लिए कैंडिडेट्स को होलोग्राफिक्स, नाइट, फायर कंट्रोल सिस्टम से लैस होंगे जवान बनाया जाएगा। जानकारी के अनुसार, इस योजना के तहत कैंडिडेट्स को 10 हफ्ते लेकर 6 महीने तक की ट्रेनिंग दी जाएगी।
कितना मिलेगा इंश्योरेंस कवर
इस योजना के तहत सेना में भर्ती अगर कोई कैंडिडेट्स शहीद हो जाता है तो उसके परिवार को इंश्योरेंस कवर की भी सुविधा दी जाएगी। शहीद के परिवार को सेवा निधि समेत करीब 1 करोड़ रुपये मिलेंगे। अगर शहीद होने के समय कैंडिडेट्स के ड्यूटी बची थी तो उसके सेवाकाल की बची हुई सैलरी भी उसकी फैमली को दी जाएगी। वहीं, अगर कोई जवान अपनी ड्यूटी के दौरान दिव्यांग हो जाता है तो उसे दिव्यांगता के प्रतिशत के आधार पर 44 लाख रुपये मिलेंगे। साथ ही उसकी बची हुई ड्यूटी की पूरी सैलरी भी उसे दी जाएगी।
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