सार
देश की सबसे बड़ी स्टार्टअप कंपनियों में से एक BYJU's कंपनी ने अपने 2,500 कर्मचारियों को निकाल दिया है। पिछले दिनों में कर्मचारियों को निकाले जाने (Lay off) के मामलों में से एक यह भी बड़ा मामला है।
करियर डेस्क : पूरी दुनिया का एजुकेशन सेक्टर (एडटेक) जहां संकट से जूझ रहा है वहीं भारत में इससे अलग नहीं बचा है। इस साल एजुकेशन सेक्टर से जुड़ी कंपनियों ने अपने हजारों कर्मचारियों को निकाल दिया है। जानकारी के मुताबिक, करीब 22 अरब डॉलर की इस स्टार्टअप कंपनी ने एक साथ कई लोगों को निकाल दिया है। कोविड के दौर में इस कंपनी की सर्विस के लिए तेजी से मांग बढ़ी थी जिसमें बीते दिनों में कुछ गिरावट देखी गई है।
ये कर्मचारी कंपनी से बाहर
बायजूस (BYJU's) ने अपनी अन्य सब्सीडरी जैसे Toppr, WhiteHat Jr के अलावा सेल्स एंड मार्केटिंग, ऑपरेशन, कंटेंट और डिज़ाइनिंग की टीमों से कर्मचारियों को निकाला है। जानकारी के मुताबिक, निकाले गए कर्मचारियों में फुल टाइम और पार्ट टाइम, दोनों तरह के कर्मचारी शामिल हैं। बायजूस ने Toppr और WhiteHat Jr को पिछले दो साल में खरीदा था। कंपनी ने अपनी ऑपरेशन टीमों के करीब 1000 लोगों को 29 जून को इसके लिए ई-मेल भेजा है। Toppr लर्निंग प्लैटफॉर्म से 1200 लोगों को निकाला गया है।
कंपनी की सफाई
अपने कर्मचारियों का निकाले जाने के मामले में कंपनी ने कहा कि आने वाले समय में बेहतर क्वालिटी और बिजनेस के लिए ऐसा किया गया है। कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक, वाइटहैट जूनियर (WhiteHat Jr) का फोकस छात्रों को क्वालिटी एजुकेशन देने के साथ-साथ मजबूत बिजनेस बनाने पर भी है। हम इसी के मुताबिक काम कर रहे हैं। कंपनी का कहना है कि निकाले गए कर्मचारियों को एक महीने की सैलरी दी गई है।
'बीते कुछ समय में कंपनी को नुकसान'
मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स को दी गई जानकारी के हिसाब से, वित्तीय वर्ष 2021 में कंपनी को करीब 1690 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बता दें कि एजुकेशन सेक्टर में बीते कुछ समय में लगातार ऐसा ट्रेंड ही देखा जा रहा है। जहां नुकसान की भरपाई के लिए लोगों को निकाला गया है। पिछले कुछ महीनों में Unacademy Group, Lido Learning, Vedantu के साथ-साथ कई एडटेक कंपनियों ने भी अपने कई कर्मचारियों को निकाला है।
इसे भी पढ़ें: Delhi University : क्या पहले राउंड की काउंसलिंग में नहीं ले पाए एडमिशन? करें ये काम
अब नौकरी के लिए नहीं पड़ेगा भटकना : ग्रेजुएशन के बाद करें एक साल का डिप्लोमा कोर्स, जॉब की नहीं रहेगी कमी