सार
प्रोफेसर वीके शुक्ला ने बताया कि इस कोर्स को शुरू करने का सबसे पहले सुझाव शोधकर्ता पंडित गंगानाथ झा और महामना मदन मोहन मालवीय ने दिया था। लेकिन किसी कारण की वजह से तब यह कोर्स शुरू नहीं हो पाया था।
करियर डेस्क. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) ने नया कोर्स शुरू किया है। ये कोर्स है 'हिन्दू धर्म' में पोस्ट ग्रेजुएट (hindu dharma course )। अगर आप इस कोर्स को करना चाहते हैं तो इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं। यूनिवर्सिटी की तरह से इसे देश में इस तरह का पहला कोर्स बताया गया है। विश्वविद्यालय के रेक्टर प्रोफेसर वी के शुक्ला ने इस नए कोर्स का उद्घाटन करते हुए बताया कि यह कोर्स दुनिया को हिन्दू धर्म के कई अज्ञात पहलुओं से अवगत कराने के साथ ही हिन्दू धर्म की शिक्षाओं को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में मदद करेगा।
किसने दिया था सुझाव
प्रोफेसर वीके शुक्ला ने बताया कि इस कोर्स को शुरू करने का सबसे पहले सुझाव शोधकर्ता पंडित गंगानाथ झा और महामना मदन मोहन मालवीय ने दिया था। लेकिन किसी कारण की वजह से तब यह कोर्स शुरू नहीं हो पाया था। शुक्ला ने कहा कि यह देशभर में पहला ऐसा कोर्स होगा। यह कोर्स 'भारत अध्ययन केंद्र' के कला संकाय के दर्शनशास्त्र और धर्म विभाग, संस्कृत विभाग और प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति और पुरातात्विक विभाग के सहयोग से चलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कोर्स के पहले सत्र में एक विदेशी छात्र सहित कुल 45 छात्रों ने एडमिशन लिया है। दो वर्ष के इस कोर्स में 4 सेमेस्टर और 16 पेपर होंगे। द्विवेदी ने कहा कि जब विवि की स्थापना हुई थी, तभी इस तरह के कोर्स के शुरू करने पर विचार किया गया था। 'हिन्दू धर्म' से पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स का नाम 'धर्म स्टडी' है। पहले, हिमाचल यूनिवर्सिटी में केवल एक डिप्लोमा कोर्स चल रहा था।
छात्रों के लिए स्मार्ट कक्षाएं आयोजित की जाएंगी और अन्य देशों के छात्र भी पाठ्यक्रम का हिस्सा हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में विदेशी छात्रों के आवेदन हिंदू धर्म में अन्य देशों की रुचि को इंगित करते हैं।
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