सार

अगर किसी में सबसे अलग हट कर कोई काम करने का जज्बा हो तो कोई भी मुश्किल उसकी राह नहीं रोक सकती। इस बात को साबित किया है मध्य प्रदेश के एक छोटे-से शहर अशोक नगर में पली-बढ़ी महिला ने।

करियर डेस्क। अगर किसी में सबसे अलग हट कर किसी काम को करने का जज्बा हो तो कोई भी मुश्किल उसकी राह नहीं रोक सकती। इस बात को साबित किया है मध्य प्रदेश के एक छोटे-से शहर अशोक नगर में पली-बढ़ी महिला ने। 43 साल की इस महिला का नाम है राखी खेड़ा जो अब हरियाणा के गुरुग्राम में करोड़ों रुपए का बिजनेस कर रही हैं। बता दें कि इतना बड़ा बिजनेस एम्पायर इन्होंने चंद वर्षों के भीतर खड़ा किया है। साल 2013 तक ये राखी गुरुग्राम में महज एक हाउसवाइफ के रोल में थीं और अपने दो बच्चों के साथ फैमिली की देख-रेख में लगी रहती थीं। लेकिन शुरू से ही वह फैशन डिजाइनर बनना चाहती थीं। लेकिन इन्होंने जो बिजनेस खड़ा किया, उसमें इस साल उन्हें 3.4 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ है।

1. हसबैंड के सहयोग से शुरू किया काम
साल 2013 में उन्होंने अपने हसबैंड के सहयोग से मैटरनिटी वियर के क्षेत्र में उतरने का फैसला किया। अपना अनुभव बताते हुए राखी कहती हैं कि जब मैं प्रेग्नेंट थी, तब मुझे कम्फर्टेबल और स्टाइलिश मैटरनिटी वियर की तलाश करने में बड़ी परेशानी आई। इसके बाद उन्होंने इसी फील्ड में काम करने का डिसीजन लिया। उन्होंने बताया कि शुरुआत में तो उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली, लेकिन साल 2014 में उन्होंने 5 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट कर अपना फैशन ब्रांड शुरू किया, जिसका नाम  Abiti Bella Enterprises रखा। Abiti Bella इटालिन शब्द है, जिसका मतलब होता है सुंदर कपड़े। इसमें राखी ने वेस्टर्न ड्रेसेस के साथ ही मैटरनिटी वियर की रेंज भी शामिल की। जल्दी ही इन्होंने Mine4nine ब्रांड को भी लॉन्च किया। 

2. ई-कॉर्मस प्लैटफॉर्म्स से जुड़ कर किया काम
राखी बताती हैं कि उन्हें सबसे ज्यादा फायदा ई-कॉर्मस कंपनियों से जुड़ कर बिजनेस करने में मिला। राखी के अनुसार माइंत्रा (Myntra) से उन्हें सबसे बढ़िया रिस्पॉन्स मिला। राखी ने कहा कि उन्होंने मार्केट में फैशन ट्रेन्ड्स पर नजर रखी और इसका उन्हें फायदा मिला, जबकि फैशन डिजाइनिंग में उनका पहले कोई एक्सपीरियंस नहीं रहा था। 

3, आउटसोर्सिंग से हुआ फायदा
राखी ने बताया कि उन्होंने डिजाइनिंग के काम के लिए आउटसोर्सिंग का सहारा लिया। उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) से डिजाइनिंग का काम करवाया और गुरुग्राम और फरीदाबाद में उपलब्ध मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज का उपयोग कर प्रोडक्शन का काम किया। उन्होंने बताया कि जल्दी ही उनके दोनों ब्रांड्स में 800 डिजाइन्स सामिल हो गईं और उन्हें 2 लाख ऑर्डर भी मिल गए। यह उनके लिए बड़ी अचीवमेंट थी। 

4. वॉलमार्ट से मिला सहयोग
जब साल 2018 में वॉलमार्ट ने माइंत्रा, फ्लिपकार्ट और जाबोंग का अधिग्रहण कर लिया तो उस समय राखी का बिजनेस फ्लिपकार्ट और माइंत्रा के साथ क्रमश: 38 और 15 पर्सेंट के रेवेन्यू ग्रोथ पर था। लेकिन इसके बाद उन्हें वॉलमार्ट का पूरा सहयोग मिला और इससे उनके बिजनेस पर कोई असर नहीं पड़ा। उन्हें वॉलमार्ट्स वुमन आंत्रप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम (WEDP) से जुड़ने का मौका मिला और इससे उनके बिजनेस में ज्यादा ग्रोथ हुई। इस वर्ष राखी ने अपने दोनों ब्रांड्स के जरिए 3.4 करोड़ का रेवेन्यू हासिल किया है और अगले वित्तीय वर्ष के लिए उन्होंने यह  लक्ष्य 4.5 करोड़ रुपए तय किया है।