सार
बीएड की इन प्रवेश परीक्षाओं में से दो वर्षीय बीएड की प्रवेश परीक्षा इस साल 19 जुलाई 2020 को आयोजित होने वाली थी जबकि चार वर्षीय बीएड की प्रवेश परीक्षा का आयोजन 07 अगस्त 2020 को होना था लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इन दोनों प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित कर देना पड़ा।
करियर डेस्क. Bihar BEd Entrance Exam 2020: बिहार स्टेट की बीएड प्रवेश परीक्षा आगामी 22 सितम्बर 2020 को आयोजित की जा सकती है। परीक्षा आयोजित कराने के मामले में नोडल यूनिवर्सिटी के रूप में चयन किए गए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने अपनी तैयारी शुरू भी कर दिया है। इस मामले में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के सह कुलसचिव और बीएड के स्टेट नोडल अधिकारी के मुताबिक परीक्षा का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है।
इस प्रस्ताव को अभी मंजूरी के लिए राजभवन और सुप्रीमकोर्ट भेजा गया है। उन्हीं के मुताबिक परीक्षा आयोजित कराने के लिए सुप्रीमकोर्ट से मंजूरी जरूरी है। संभव है कि अगले हफ्ते तक इसकी मंजूरी मिल जाय। उन्होंने यह भी कहा कि अगर अनलॉक बढ़ता भी है तो अनलॉक के नियमों का पालन करते हुए परीक्षा हर-हाल में आयोजित कराई जाएगी।
एक बार स्थगित भी हो चुकी है बिहार बीएड प्रवेश परीक्षा-
आपको बता दें कि बिहार में दो तरह की बीएड प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं- दो वर्षीय बीएड प्रवेश परीक्षा और चार वर्षीय प्रवेश परीक्षा। इस बार इन दोनों परीक्षाओं को आयोजित कराने की जिम्मेदारी ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को प्रदान की गयी है।
कोरोना के कारण टली परीक्षाएं
बीएड की इन प्रवेश परीक्षाओं में से दो वर्षीय बीएड की प्रवेश परीक्षा इस साल 19 जुलाई 2020 को आयोजित होने वाली थी जबकि चार वर्षीय बीएड की प्रवेश परीक्षा का आयोजन 07 अगस्त 2020 को होना था लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इन दोनों प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित कर देना पड़ा।
परीक्षा को लेकर ये है क्राइटेरिया
आपको यह भी बता दें कि बिहार में चार वर्षीय बीएड की शुरुआत 2019 से हुई थी। चार वर्षीय बीएड के लिए मिनिमम क्वालिफिकेशन इंटरमीडिएट तय किया गया है। जिसमें इंटरमीडिएट की परीक्षा जनरल के लिए 50 फीसद, ओबीसी के लिए 45 फीसद और एससी / एसटी के लिए 40 फीसद अंकों के साथ पास होना जरूरी है।
जबकि दो वर्षीय बीएड के लिए मिनिमम क्वालिफिकेशन ग्रेजुएट तय किया गया है। जिसमें यह परीक्षा जनरल के लिए कम से कम 50 और 55 फ़ीसदी जबकि रिज़र्व कैटेगरी के लिए 45 और 50 फ़ीसदी अंक तय किया गया है।