सार

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बोर्ड कापियों की मूल्यांकन प्रक्रिया भी शुरू करने जा रहा है। टीचर्स घर से ही कांपियों की जांच करेंगे। इस संबंध में बोर्ड ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं

करियर डेस्क.  केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बोर्ड कापियों की मूल्यांकन प्रक्रिया भी शुरू करने जा रहा है। टीचर्स घर से ही कांपियों की जांच करेंगे। इस संबंध में बोर्ड ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके मुताबिक बोर्ड ने मूल्यांकन प्रक्रिया के संबंध में सभी मुख्य नोडल अधिकारियों, केंद्रीय पर्यवेक्षकों, प्रमुख परीक्षकों को एक परिपत्र जारी किया है। टीचर्स को घर से कापियों की जांच के आदेश दिए गए हैं। हाल ही में CBSE बोर्ड ने लंबित परीक्षाओं का शेड्यूल जारी किया था। यह परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई तक आयोजित की जाएंगी। 

बोर्ड द्वारा जारी इस पत्र में कहा गया है कि मूल्यांकन प्रक्रिया की शुरुआत सिर्फ ग्रीन जोन वाले इलाकों में की जाएगी। इसके लिए ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जाएगा जहां कोरोना वायरस का एक भी मामला न हो। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखे हुए बोर्ड ने 19 मार्च को ही कापियों का मूल्यांकन रोक दिया था । अब इसके बाद दोबारा कांपियों की जांचने की अनुमति दी गई है। वहीं बोर्ड ने यह भी कहा है कि मूल्यांकन प्रक्रिया के दौरान कोरोना वायरस से बचाव के लिए सावधानी बरती जाए। संक्रमण से बचने के लिए इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए। इसके साथ ही बोर्ड ने कहा है कि मुख्य परीक्षक भी अतिरिक्त मूल्यांकनकर्ता के रूप में कांपियां जांचगे, जिससे कांपियों की जांच जल्द से जल्द पूरी हो सके।

नोडल अधिकारी होंगे आंसर शीट के लिए जिम्मेदार 
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने निर्देशों में यह भी कहा कि नोडल अधिकारी आंसर शीट के लिए जिम्मेदार होंगे। हर नोडल अधिकारी पर 200 आंसर शीट की जिम्मेदारी होगी। वे शिक्षकों के घरों से कांपियों के बैग के लिए ट्रांसपोर्ट की भी व्यवस्था करेंगे। कांपियों से भरे हुए बैग को बोर्ड तक पहुंचाने के लिए उन्हें परीक्षक के आधार कार्ड, पैन कार्ड और स्कूल आईडी कार्ड की तस्वीर भी लेनी होगी। ये तस्वीरें भी बोर्ड को भेजनी होगी। इसके अलावा शिक्षकों के पास कांपियों की जांच करने के लिए लिए केवल 7 दिन होंगे।