सार

अगर किसी में हिम्मत, लगन और काम करने का जज्बा हो तो मामूली शुरुआत कर के भी बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है। इस बात को साबित किया है तमिलनाडु के एक युवक ने जो पहले सीसीटीवी ऑपरेटर था, लेकिन आज उसने अपना करोड़ों का बिजनेस खड़ा कर लिया है। 
 

करियर डेस्क। अगर किसी में हिम्मत, लगन और काम करने का जज्बा हो तो मामूली शुरुआत कर के भी बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है। इस बात को साबित किया है तमिलनाडु के एक युवक ने जो पहले सीसीटीवी ऑपरेटर था, लेकिन आज उसने अपना करोड़ों का बिजनेस खड़ा कर लिया है। जुबैर रहमान नाम का यह युवक साल 2014 में तिरुपुर में ऑफिसों और दूसरी जगहों पर सीसीटीवी लगाने का काम करते थे। उस समय उनकी उम्र महज 21 साल थी और उन्होंने इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग किया था। सीसीटीवी ऑपरेटर की नौकरी करते हुए भी हर समय उनका मन खुद का कोई बिजनेस खड़ा करने का था। एक बार जब उन्हें एक ई-कॉमर्स कंपनी के ऑफिस में सीसीटीवी इंस्टॉल करने का काम मिला तो उनके दिमाग में एक आइडिया आया। कुछ समय की कोशिश के बाद उन्होंने ऑनलाइन कपड़े का बिजनेस शुरू किया। आज उन्होंने 'द फैशन फैक्टरी' नाम की अपनी कंपनी बना ली है, जिसका सालाना रेवेन्यू 6.5 करोड़ रुपए है।

कैसे की शुरुआत
जुबैर को लगा कि तिरुपुर में वह कपड़े का ऑनलाइन बिजनेस शुरू कर सकते हैं। पहले उन्होंने इस पूरे व्यवसाय को समझने की कोशिश की। तिरुपुर में रेडीमेड कपड़े का सबसे ज्यादा प्रोडक्शन होता है। इसे भारत का निटवियर कैपिटल भी कहा जाता है। जुबैर ने पहले तिरुपुर के कई कपड़ा निर्माताओं से मुलाकात की और उनके प्रोडक्ट्स को ऑनलाइन बेचने का प्रस्ताव रखा। ऑनलाइन किस तरह के कपड़े ज्यादा सेल होंगे, इसके बारे में भी उन्होंने अपने कुछ दोस्तों से बात की। इसके बाद उन्होंने अपना काम शुरू करने का इरादा पक्का कर लिया। उन्होंने नौकरी छोड़ दी।

इस्टैब्लिश की 'फैशन फैक्टरी'
जुबैर की आर्थिक स्थिति कोई अच्छी नहीं थी, बावजूद उन्होंने सिर्फ 10,000 रुपए का निवेश कर साल 2015 में घर में ही 'फैशन फैक्टरी' की शुरुआत कर दी। जुबैर ने कहा कि उन्हें अपने बिजनेस को रजिस्टर्ड कराने और जीएसटी नंबर लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा और इसमें पैसे भी ज्यादा खर्च हुए। इसके बाद उन्होंने छोटे स्तर पर ऑनलाइन कपड़े का बिजनेस शुरू कर दिया। शुरुआती दौर में उन्होंने फ्लिपकार्ट और अमेजन पर कपड़ों को लिस्टेड किया। पहले उन्हें एक या दो ऑर्डर रोज मिल रहे थे, लेकिन बाद में ज्यादा ऑर्डर मिलने लगे। इससे उनका उत्साह बढ़ा। उन्होंने कॉम्बो पैक में बच्चों के गारमेंट्स बेचने शुरू किए। इसमें उन्हें ज्यादा मुनाफा मिला। उन्होंने स्थानीय वस्त्र निर्माताओं के प्रोडक्ट्स को भी जोड़ना शुरू किया। इसके बाद उन्हें ज्यादा संख्या में ऑर्डर मिलने लगे।

अपनी प्रोडक्शन यूनिट शुरू की
जब जुबैर को ज्यादा ऑर्डर मिलने लगे तो उन्होंने 30,000 रुपए का निवेश कर अपनी प्रोडक्शन यूनिट शुरू की, जिसमें किड गारमेंट्स के साथ बॉयज टी-शर्ट, ट्रैक सूट, पाजामा, स्वेटशर्ट वगैरह बनाना शुरू किया। इसके लिए उन्होंने लोकल कपड़े का ही इस्तेमाल किया। 

अमेजन से की एक्सक्लूसिव डील
जब ऑर्डर बढ़े तो जुबैर ने अमेजन से एक एक्सक्लूसिव डील की। इससे उनका बिजनेस का दायरा काफी बढ़ा। जुबैर का कहना है कि अब रोज उन्हें 200 से 300 ऑर्डर मिल जाते हैं और कंपनी को महीने में 50 लाख का रेवेन्यू मिलता है। जुबैर का कहना है कि फंडिंग उनके लिए एक बड़ी समस्या है। उनका कहना है कि एक बार आंध्रा बैंक से ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी के जरिए कुछ सहायता मिली, लेकिन बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें ज्यादा फंड की जरूरत है। जुबैर रहमान का कहना है कि अभी ऑनलाइन सेलिंग ट्रेंड कर रही है और उनकी फैशन फैक्टरी को 6.5 करोड़ सालाना रेवेन्यू मिल रहा है। 

विदेशों में फैलाना चाहते हैं कारोबार
जुबैर अपने कारोबार का विस्तार विदेशों में भी करना चाहते है। फिलहाल, वे दुबई में खुदरा विक्रेताओं तक अपने प्रोडक्ट्स पहुंचाने की कोशिश में लगे हैं। उन्होंने अगले साल के लिए 12 करोड़ रुपए रेवेन्यू हासिल करने का लक्ष्य रखा है।