- Home
- Career
- Education
- Study Initiative: इस गांव में अनोखे अंदाज में पढ़ते हैं बच्चे, रहते हैं टीवी-मोबाइल से दूर
Study Initiative: इस गांव में अनोखे अंदाज में पढ़ते हैं बच्चे, रहते हैं टीवी-मोबाइल से दूर
Siren for Study Initiative: महाराष्ट्र के एक गांव में शाम 7 बजे सायरन बजते ही बच्चे मोबाइल-टीवी छोड़कर पढ़ाई में जुट जाते हैं। जानिए इस अनोखी शिक्षा पहल के बारे में और क्या है यह एजुकेशन मॉडल।

आज जब ज्यादातर बच्चे मोबाइल और टीवी में उलझे रहते हैं, तब महाराष्ट्र के बीड जिले के परली तहसील का नागापुर गांव एक अलग ही मिसाल पेश कर रहा है। यहां पढ़ाई को फिर से बच्चों की आदत बनाने के लिए गांव ने एक खास तरीका अपनाया है।
गांव में रोज शाम ठीक 7 बजे सायरन बजता है। सायरन सुनते ही घरों में टीवी बंद हो जाते हैं, मोबाइल एक तरफ रख दिए जाते हैं और बच्चे अगले दो घंटे सिर्फ पढ़ाई करते हैं। इसे गांव में ‘सायरन ब्लोज फॉर स्टडी’ नाम दिया गया है।
इस पहल की शुरुआत गांव के उपसरपंच संतोष सोलंके ने की। उनके अनुसार दूसरे जिलों में ऐसे प्रयोग सफल रहे हैं, उसी से प्रेरणा लेकर नागापुर में यह योजना लागू की गई। उनका कहना है कि तरीका बहुत आसान है, लेकिन असर गहरा है।
यह सिर्फ कहने की बात न रहे, इसके लिए गांव में एक निगरानी समिति भी बनाई गई है। पंचायत सदस्य और स्वयंसेवक हफ्ते में दो बार घर-घर जाकर देखते हैं कि नियमों का पालन हो रहा है या नहीं।
इस पहल का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों में देखने को मिल रहा है। माता-पिता बताते हैं कि अब बच्चे खुद शाम होते ही टीवी बंद करने और पढ़ाई शुरू करने की बात कहते हैं। बच्चों का स्क्रीन टाइम घटा है और पढ़ाई में दिलचस्पी बढ़ी है।
नियमित पढ़ाई करने वाले बच्चों को गांव में सम्मानित भी किया जाता है, जिससे उनका हौसला बढ़ रहा है। गांव का लक्ष्य है कि बच्चे प्रतियोगी और राज्य स्तरीय परीक्षाओं के लिए बेहतर तैयारी कर सकें और शिक्षा के जरिए आगे बढ़ें। नागापुर की यह पहल अब आसपास के गांवों के लिए भी प्रेरणा बनती जा रही है।

