सार
हिंदी पढ़ने का शौक है और किताब प्रेमी हैं तो आपको हिंदी के प्रसिद्ध उपन्यासों को जरूर पढ़नी चाहिए। इन उपन्यास में विषय, भाषा और कहानी का जो संगम तैयार किया गया है, वह बेहद ही शानदार है। आइए जानते हैं ऐसे ही 10 उपन्यासों के बारें में...
करियर डेस्क : अगर आपको किताबों से लगाव है। नई-नई किताबें पढ़ने का शौक है और आपने इन उपन्यास को नहीं पढ़ा तो क्या पढ़ा? आज हिंदी दिवस (Hindi Diwas 2022) के मौके पर हम आपको बता रहे हैं हिंदी के प्रसिद्ध लेखकों की 10 प्रसिद्ध उपन्यास, जिसे आपको जरूर पढ़नी चाहिए। इनकी लेखनी, भाषा, विषय और कहानी आपको जरूर प्रेरित करेंगी और जबरदस्त लगेंगी। आइए जानते हैं इन 10 उपन्यासों के बारें में...
गुनाहों का देवता
हिंदी की सबसे प्रसिद्ध उपन्यास में से धर्मवीर भारती कि लिखी यह उपन्यास काफी अलग और रोचक है। इसके 100 से ज्यादा संस्करण अब तक छप चुके हैं। उपन्यास प्रेम को नई परिभाषा देती है। इस उपन्यास में एक ऐसे युवक की कहानी है, जिसे अपने ही शिक्षक की बेटी से प्रेम हो जाता है।
अंधा युग
धर्मवीर भारती की ही यह दूसरी उपन्यास अंधा युग में महाभारत के संदर्भ में आधुनिक युग की बात कही गई है। इस हिंदी उपन्यास में लेखक ने युद्ध से विनाश और लोगों के जीवन पर पड़ने वाले उसके प्रभाव के बारें में बताया है। काव्य और नाटक का मिश्रण यह उपन्यास आपको काफी अच्छी लगेगी।
गबन
मुंशी प्रेमचंद की यह उपन्यास कालजयी उपन्यास मानी जाती है। इसमें भारतीय मध्यम वर्ग की मनोदशा का बेहतरीन तरीके से चित्रण किया गया है। कैसे आमजन का मन लालसा और लालच में फंस जाता है। यह कहानी जालपा नाम के किरदार पर गढ़ी गई है। जिसके बचपन से जवानी तक की कहानी बढ़े ही शानदार तरीके से लिखी गई है।
मैला आंचल
फणीश्वरनाथ रेणु ने इस उपन्यास में ग्रामीण अंचल को बड़ी ही बेहतरीन तरीके से दिखाया है। उत्तर-पूर्वी बिहार के ग्रामीण इलाके में एक युवा डॉक्टर की कहानी है। वह कैसे यहां आकर बसता है और ग्रामीणों के लिए कैसे काम करता है। अपने काम के दौरान वह ग्रामीण जीवन के पिछड़ेपन, परेशानियां, समस्याओं और अन्धविश्वास से रूबरू होता है। इसकी कहानी काफी रोचक है।
नदी के द्वीप
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय ने जीवन के द्वंद्व में फंसे चार किरदारों की कहानी को बड़े ही रोचक तरीके से पन्नों पर उकेरा है। इस उपन्यास को ओशो ने उन 160 जरूर पढ़ी जाने वाली किताबों में शामिल किया था, जिसने उन पर सबसे ज्यादा प्रभाव डाला। हिंदी की यह एक मात्र किताब थी।
तमस
भीष्म साहनी की लेखनी तमस में पढ़ने को मिलती है। इस उपन्यास में भारत-पाकिस्तान के विभाजन के दर्द को बताया गया है। उपन्यास में राजनीतिक हालात को नहीं बल्कि आम जनमानस की कहानी और हालात को बताया गया है। इस पर सीरियल और उपन्यास भी बन चुके हैं।
वैशाली की नगरवधू
क्लासिक उपन्यास माना जाना वाला वैशाली की नगरवधू के लेखक आचार्य चतुरसेन हैं। इसमें बिहार की वैशाली की नगरवधू आम्रपाली की कहानी को मार्मिक तरीके से दर्शाया गया है। हिंदी पढ़ने का शौक रखने वाले लोगों को इस उपन्यास को जरूर पढ़ना चाहिए.
मुझे चांद चाहिए
इस उपन्यास के लेखक सुरेंद्र वर्मा हैं। हिंदी की सबसे पसंदीदा उपन्यास में से एक है। इसमें यह मध्यम वर्ग के परिवार में जन्मी लड़की वर्षा के संघर्ष की कहानी को बड़े ही रोचक तरीके से वर्मा ने बताया है। वर्षा अपने कला संसार को पाने कई तरह की कठिनाईयों से गुजरती है और हर रोड़े को पार करने का प्रयास करती है।
आधा गांव
राही मासूम रजा की हिंदी की सशक्त उपन्यास आधा गांव में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के गंगौली गांव की कहानी बताई है। इस उपन्यास में पाकिस्तान के अलग होने से पहले मुसलमानों की मनोदशा और हिंदुओं से उनके रिश्तों का वर्णन किया गया है। हिंदी प्रेमी को इस उपन्यास को जरूर पढ़ना चाहिए।
और अंत में प्रार्थना
उदय प्रकाश की कलम की धार इस उपन्यास में पढ़ने को मिलती है। इसमें एक ऐसे युवक की कहानी है, जो किसी भी विषम परिस्थिती में अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करता है और आखिरी में उसे इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है। इसे नाटक के रुप में शैलीबद्ध किया गया है।
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