सार
जतिन ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी इंडियन इकोनॉमिक सर्विस UPSC Indian Economic Service) में पहली रैंक के साथ टॉप किया था। दूसरी बार में जतिन ने सिविल सेवा परीक्षा में दूसरी रैंक के साथ टॉप किया। उन्होंने UPSC मेन्स परीक्षा के लिए कारगार कुछ बेसिक टिप्स साझा किए।
करियर डेस्क. IAS Topper Jatin Kishore UPSC success Tips: यूपीएससी सिविल सर्विस की मुख्य परीक्षा (UPSC Civil Services Mains Exam) इसी महीने जनवरी से शुरू होने वाले हैं। प्रीलिम्स परीक्षा में पास हुए कैंडिडेट्स इसमें शामिल होंगे। दोस्तों यूपीएससी की मेन्स परीक्षा पास करने को लोग तरसते हैं बहुत लोग इस स्टेज तक पहुंच भी नहीं पाते हैं। तो हम UPSC कैंडिडेट्स के लिए काम के टिप्स लेकर आए हैं। ये टिप्स साझा किए हैं जतिन किशोर (Jatin kishore) ने। जतिन ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी इंडियन इकोनॉमिक सर्विस UPSC Indian Economic Service) में पहली रैंक के साथ टॉप किया था। दूसरी बार में जतिन ने सिविल सेवा परीक्षा में दूसरी रैंक के साथ टॉप किया।
जल्द ही सिविल सेवा मुख्य परीक्षा (UPSC CSE 2020) होनी है इसलिए जतिन ने परीक्षा की तैयारी कैसे की जाए और मेन्स परीक्षा (IAS Mains Exam) को कैसे पार करे इसके लिए जबरदस्त स्ट्रेटजी बताई है। उन्होंने कैंडिडेट्स के लिए कारगार कुछ बेसिक टिप्स साझा किए।
ग्रेजुएशन विषय को चुनें ऑप्शनल
जतिन ने इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन किया है। इसलिए यही विषय उनका यूपीएससी में ऑप्शनल विषय (Optional Subject) भी बना। इसलिए वो एडवाइस देते हैं कि अपने ग्रेजुएशन के विषय को ही ऑप्शनल सब्जेक्ट चुनें।
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सभी सवाल अटेम्पट करें
जतिन ने ट्रेनिंग में रहकर दूसरी बार यूपीएससी परीक्षा दी और टॉप किया। इंडियन इकोनॉमिक सर्विस में हुए सेलेक्शन के बाद जतिन ने काम करना शुरू कर दिया था। हालांकि पहली बार में तो प्री भी क्लियर नहीं कर पाए थे। वो कहते हैं कि मैंने कम सवाल अटेम्प्ट किए थे, नेगेटिव मार्किंग के कारण बहुत से सवाल गलत भी गए होंगे। इसके कारण मैं सलेक्ट नहीं हुआ।
लिमिटेड किताबें/रिसोर्स रखें
लोग कहते हैं कि UPSC के लिए बहुत सी किताबें पढ़नी होती हैं। हालांकि जतिन ऐसा नहीं मानते, उन्होंने कहा- इस परीक्षा में सफल होने के लिए कम से कम किताबें रखें (Limited books) और उनसे बार-बार रिवाइज करें। अगर आपके पास समय की कमी है है बहुत समय है तो भी किताबें सीमित ही रखनी चाहिए वरना रिवीजन नहीं हो पाता। इसलिए लिमिटेड रिसोर्स (Limited Resources) के साथ तैयारी को मजबूत बनाएं।
नोट्स बनाना है बहुत जरूरी
दोस्तों परीक्षा कोई भी हो नोट्स (Notes Making) बनाना सभी में जरूरी होता है। ऐसा इसलिए कि एग्जाम के समय आप जरूरी नोट्स से ओवरऑल रिवीजन कर लें। जतिन नोट्स बनाने को बेहद जरूरी और काम की चीज मानते हैं। वे कहते हैं कि उन्होंने नोट्स नहीं बनाए थे लेकिन उनका अनुभव ये कहता है कि नोट्स बनाने से रिवीजन आसान हो जाता है। वे किताब में ही अंडरलाइन करते थे जिससे उन्हें बाद में समस्या हुई। यहां तक कि उन्होंने अपने सीनियर्स से नोट्स लेकर एंड में रिवीजन किया। इसलिए जो भी कैंडिडेट्स UPSC की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं नोट्स बनाते चलें।
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सिलेबस को देखकर न घबराएं
जतिन कहते हैं कि जब भी कोई कैंडिडेट इस फील्ड में आने की सोचता है और पहले यूपीएससी का सिलेबस (UPSC Syllabus) देखता है तो वहीं से घबरा जाता है। उसे लगता है कि इतनी किताबें और इतना कोर्स कैसे पढ़ेंगे? लेकिन सिलेबस देख घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये हर कैंडिडेट के साथ होता है। अभी आपने तैयारी नहीं की इसलिए घबराएं नहीं और धीरे-धीरे एक दिशा में कदम बढ़ाएं। आप समय के साथ सब करना सीख जाएंगे। पूरा सिलेबस समझ आ जाएगा तो आपका डर भी खत्म हो जाएगा।
मुख्य परीक्षा के लिए आंसर राइटिंग है जरूरी
जतिन कहते हैं कि मेन्स परीक्षा में सफल होने के लिए आंसर राइटिंग (Answer Writing) बहुत जरूरी है। लेकिन बिना कुछ भी पढ़ें आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस न करें। सबसे पहले अपना नॉलेज बढ़ाएं कंटेंट तैयार कर लें तभी आंसर राइटिंग शुरू करें। बिना कंटेंट के आप लिखेंगे भी तो आपके उत्तर में वो वजन नहीं आएगा।
इंटरव्यू में स्टाइल न मारें
जतिन UPSC इंटरव्यू के लिए भी टिप्स देते हैं। वो कहते हैं कि, UPSC इंटरव्यू के लिए कैंडिडेट्स अपने DAF फॉर्म पर ध्यान दें। DAF फॉर्म को पूरी तरह तैयार कर लें और इंटरव्यू में कांफिडेंट रहें। अपने उत्तरों के प्रति पूरी ईमानदारी बरतें और जो है वही बताएं न कि कुछ अलग दिखाने की कोशिश करें, स्टाइल न मारे, रौब न झाड़ें। बोर्ड में बैठे अधिकारी तुरंत पकड़ लेता है कि आप ब्लफ (फर्जीवाड़ा) कर रहे हैं।
जतिन UPSC की तैयारी के दौरान परिवार के टच में रहने की एक आखिरी सलाह देते हैं। वो कहते हैं कि, तैयारी के दौरान जो भी आपका सपोर्ट सिस्टम हो, फैमिली-फ्रेंड उसके टच में रहें। उनसे समय-समय पर बात करते रहें। परीक्षा की तैयारी के नाम पर खुद को कमरे में बंद करना या दुनिया से काटकर रखना ठीक नहीं।