सार

आईआईटी बॉम्बे ने अपना 58वां दीक्षांत समारोह को वर्चुअल रियलिटी मोड (Virtual Reality Mode) मे अपनाया। इसके जरिए स्टूडेट्स कॉन्वोकेशन का लुत्फ भी उठा पाए और उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जा सका।

करियर डेस्क.  पूरे देश में फैले कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के बीच आईआईटी बॉम्बे ने एक दीक्षांत समारोह (Convocation of IIT Bombay) के लिए एक नया तरीका निकाला है।

दरअसल, आईआईटी बॉम्बे ने अपना 58वां दीक्षांत समारोह को वर्चुअल रियलिटी मोड (Virtual Reality Mode) मे अपनाया। इसके जरिए स्टूडेट्स कॉन्वोकेशन का लुत्फ भी उठा पाए और उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जा सका।

हर छात्र का बनाया गया पर्सनलाइज्ड अवतार

संस्थान ने एक बयान जारी करके कहा कि यह छात्रों को इस बात से वंचित नहीं रखना चाहता था। इसके लिए हर छात्र का पर्सनलाइज्ड अवतार बनाया गया था जिसको डायरेक्टर प्रोफेसर सुभाशीष चौधरी ने डिग्री सर्टिफिकेट दिया।

 

 

इसके अलावा जिन लोगों को मेडल दिया जाना था उनको पर्सनलाइज्ड चीफ गेस्ट के अवतार ने मेडल भी प्रदान किया।  यह ग्रेजुएट करने वाले करीब 20 स्टूडेंट्स का पिछले दो महीनों की मेहनत की वजह से संभव हो पाया है। इसके जरिए स्टूडेंट वर्चुअली अपने फ्रेंड्स से कनेक्ट भी कर पाए। 

कन्वोकेशन के बाद लोगो के पाल वर्चुअली कैंपस घूमने, डिपार्टमेंट्स में वॉक करने और कॉरीडोर्स में खड़े होकर इंतज़ार करने का भी ऑप्शन था।