सार
अमेरिका के नेशनल साइंस फाउंडेशन द्वारा तैयार डेटा के मुताबिक चीन इस मामले में नंबर एक पर है जो दुनिया भर में छपने वाले वैज्ञानिक लेखों में 20.67 प्रतिशत योगदान देता है
वाशिंगटन: अमेरिका की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विषय पर लिखे गए लेखों को प्रकाशित करने वाला विश्व का तीसरा सबसे बड़ा प्रकाशक है। अमेरिका के नेशनल साइंस फाउंडेशन द्वारा तैयार डेटा के मुताबिक चीन इस मामले में नंबर एक पर है जो दुनिया भर में छपने वाले वैज्ञानिक लेखों में 20.67 प्रतिशत योगदान देता है।
मंगलवार को जारी किए गए इन आंकड़ों में बताया गया कि 2008 में, भारत ने विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विषय पर 48,998 लेख प्रकाशित किए। यह संख्या 2018 में बढ़ कर 1,35,788 लेखों पर पहुंच गई और अब भारत दुनिया भर में इस विषय पर प्रकाशित होने वाले लेखों में 5.31 प्रतिशत का योगदान देता है।
चीन में, 2008 में 2,49,049 वैज्ञानिक लेख प्रकाशित किए गए जो 2018 में बढ़ कर 5,28,263 हो गए। वैज्ञानिक लेखों के प्रकाशन के मामले में दूसरे नंबर पर अमेरिका (4,22,808) है। शीर्ष 10 की सूची में जगह बनाने वाले अन्य देशों में जर्मनी (1,04,396), जापान (98,793), ब्रिटेन (97,681), रूस (81,579), इटली (71,240), दक्षिण कोरिया (66,376) और फ्रांस (66,352) है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(प्रतीकात्मक फोटो)