सार
आज जब दुनियाभर में योग की डिमांड बढ़ रही है तो अवसर भी खुलकर सामने आ रहे हैं। ऐसे में भारत ही नहीं विश्वभर में तमाम ऐसे योग शिक्षण संस्थान हैं, जहां योग शिक्षक के लिए ढेरों वैकेंसी है। योग की ट्रेनिंग ले आप एयरोबिक्स इंस्ट्रक्टर, योग थेरेपिस्ट, योग इंस्ट्रक्टर, योग टीचर, थेरेपिस्ट एंड नैचूरोपैथ्स, रिसर्च ऑफिसर के तौर पर काम कर सकते हैं।
करियर डेस्क : आज पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2022) मनाया जा रहा है। मन को फिट रखने और शारीरिक संतुलन के लिए लोग योग को अपना रहे हैं। भारत ही नहीं दुनियाभर में यह लोगों के जीवन में बदलाव भी ला रहा है। यही कारण है कि इस फील्ड में अब प्रोफेशनल्स की मांग बढ़ गई है और अवसरों की कई राह खुल गई हैं। ऐसे में जानिए कि किस तरह से योग के जरिए आप खुद और दूसरों को स्वस्थ्य रख सकते हैं साथ ही अच्छी कमाई भी कर सकते हैं। ऐसे में इस फील्ड में पढ़ाई के लिए देश की कई यूनिवर्सिटीज योग के कई कोर्सेज चला रही हैं। इसमें शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेशन कोर्स से लेकर मास्टर डिग्री कोर्सेज तक के ऑप्शन है। जिससे आप योग के जरिए अपने करियर को एक नई उड़ान दे सकते हैं।
योग में BSc और MSc
आप अगर योग में अपना करियर तलाश रहे हैं तो आप BSc और MSc दोनों कोर्स कर सकते हैं। BSc तीन साल का ग्रेजुएशन कोर्स है। इसके लिए कक्षा 12वीं पास होना जरूरी है। इस कोर्स में छात्रों को योग विज्ञान के बारे में विस्तार से बताया जाता है। कोर्स के दौरान छात्र शरीर रचना विज्ञान, शरीर और मन पर योग के प्रभाव की जानकारी लेते हैं। इसके साथ ही योग विज्ञान, हठ योग, योग के तत्वों समेत कई विषय के वे जानकार बनते हैं। वहीं योग में MSc पोस्ट ग्रेजुएशन पाठ्यक्रम है। इसके लिए योग में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। इस कोर्स में स्टूडेंट्स एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, वेद, उपनिषद, फिजियोलॉजी, स्वास्थ्य, योग थेरेपी, प्राचीन पाठ जैसे भगवद् गीता, योग सूत्र संबंधित पढ़ाई की स्टडी करते हैं।
योग में BA, MA और BEd
योग में बीए, एमए या फिर बीएड भी किया जा सकता है। बीए के लिए स्कूली शिक्षा पूरी होनी चाहिए। इस कोर्स में एकेडमिक रूप से योग के विस्तृत जानकारी सिखाई जाती है। छात्रों को जीवन शैली के लिए आयुर्वेद की मूल बातें और अन्य प्राचीन विज्ञान के बारे में भी जानकारी दी जाती है। यह तीन साल का कोर्स होता है। योग में बीए पूरा करने वाले छात्र गहन शोध के लिए योग में एमए कर सकते हैं। यह दो साल का कोर्स होता है। वहीं, अगर कोई छात्र योग टीचर बन किसी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ाना चाहता है तो वह योग में बीएड कर सकता है। इसके लिए 12वीं पास होना जरूरी है।
योग में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स
योग में अगर आप कम समय में कोई डिग्री हासिल करना चाहते हैं तो आप डिप्लोमा कर सकते हैं। इस कोर्स के लिए स्टूडेंट का 12वीं पास होना चाहिए। इसमें योग विज्ञान और पतंजलि योग सूत्र, चिकित्सा, प्राकृतिक चिकित्सा, मानसिक स्वास्थ्य को लेकर पढ़ाई होती है। वहीं, सर्टिफिकेट कोर्स की बात करें तो ये शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेशन कोर्से होते हैं, जो घंटे के हिसाब से पढ़ाए जाते हैं। इसमें 200 घंटे, 300 घंटे और 500 घंटे के सेलेबस होते हैं। यह टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम है। इसमें छात्रों को योग पढ़ाने के लिए योग विज्ञान पढ़ाया जाता है। इसके साथ ही योगा में पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा (PG Diploma in Yoga) भी किया जा सकता है। यह दो साल का कोर्स होता है। इसके लिए ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। इस कोर्स में योग विज्ञान का गहन अध्ययन कराया जाता है।
टीचर ट्रेनिंग कोर्स
अगर कोई योग सिखाना चाहता है यानी योगा ट्रेनर बनना चाहता है तो वह टीचर ट्रेनिंग कोर्स के बाद योग सिखा सकते हैं। इसकी पहली शर्त यह है कि योग का अनुभव, शैक्षणिक और व्यावहारिक ज्ञान दूसरों को सिखाने से पहले वह खुद में होना चाहिए। यह कोर्स करने के बाद छात्रों में खुद ही आ जाता है। टीचर ट्रेनिंग कोर्स कम से कम तीन महीने, 6 महीने और एक साल का होता है।
भारत में योग संस्थान
- पतंजलि इंटरनेशनल योग फाउंडेशन ऋषिकेश, उत्तराखंड
- कैवल्यधाम लोनावाला, महाराष्ट्र
- मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, नई दिल्ली
- देव संस्कृति विश्वविद्यालय, उत्तराखंड
- महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक
- विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी, विवेकानंदपुरम, कन्याकुमारी
- ईशा हठ योग स्कूल, कोयंबटूर
- बिहार योग विद्यालय मुंगेर, बिहार
- श्री श्री योग विद्यालय, उदयपुरा, कर्नाटक
- योग संस्थान सांताक्रूज, मुंबई
- बिहार योग विद्यालय, बिहार
- राजर्षि टंडन विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश
- श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
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