सार
कुछ लोग बचपन में जो लक्ष्य तय कर लेते हैं, बड़े होने पर उसे हासिल कर के ही रहते हैं। दिल्ली की इस लड़की की कहानी कुछ ऐसी ही है। इसने हाईस्कूल में पढ़ते हुए ही आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखा था।
करियर डेस्क। कुछ लोग बचपन में जो लक्ष्य तय कर लेते हैं, बड़े होने पर उसे हासिल कर के ही रहते हैं। दिल्ली की इस लड़की की कहानी कुछ ऐसी ही है। इसने हाईस्कूल में पढ़ते हुए ही आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखा था। प्रतिष्ठा ममगाईं नाम की इस लड़की ने कॉलेज के दिनों से ही यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी और ग्रैजुएशन पूरा करते ही साल 2017 में पहले ही प्रयास में यूपीएससी के एग्जाम में सफल रही। ममगाईं ने यूपीएससी की परीक्षा में 50वीं रैंक हासिल की। बता दें कि उन्होंने 2016 में ग्रैजुएशन पूरा किया था।
कॉलेज में ही शुरू की तैयारी
प्रतिष्ठा ममगाईं ने कॉलेज के दिनों से ही इस परीक्षा के बारे में सारी जानकारियां हासिल कर उसकी तैयारी करनी शुरू कर दी थी, इसलिए उन्हें कोई खास मुश्किलें नहीं आईं। उनका कहना है कि तैयारी हमेशा योजना बना कर करनी चाहिए। इससे तनाव नहीं होता और पढ़ाई सिलसिलेवार जारी रहती है। ममगाईं का कहना है कि यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करना बहुत आसान भी नहीं है। यह एक चुनौती है, जिसका सामना वही कैंडिडेट कर पाते हैं, जिनमें लगन के साथ लक्ष्य को हासिल करने का दृढ़ संकल्प हो।
जानें क्या कहा ममगाईं ने
ममगाईं ने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने वाले कैंडिडेट्स के लिए कुछ खास टिप्स दिए हैं। उनका कहना है कि हमेशा योजना बना कर सिलेबस के अनुसार पढ़ाई करनी चाहिए। सबसे पहले जरूरी किताबों की लिस्ट बना लेनी चाहिए। यूपीएससी हर साल सिलेबस जारी करता है, जिसे ध्यान से देखना चाहिए और उसी के अनुसार तैयारी करनी चाहिए। ममगाईं का कहना है कि जरूरत के अनुसार इंटरनेट से तैयारी करने के साथ ही बेसिक किताबें भी पढ़नी चाहिए। सारी सामग्री इंटरनेट पर नहीं मिलती।
न्यूजपेपर जरूर पढ़ें
ममगाईं यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने वालों को सलाह देते हुए कहती हैं कि न्यूजपेपर रोज पढ़ने की आदत डालनी चाहिए और करंट अफेयर्स पर पकड़ मजबूत होनी चाहिए। उनका कहना है कि इस परीक्षा के तीनों स्टेज महत्वपूर्ण हैं और किसी को कम नहीं समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेन्स एग्जाम में पास करने के बाद इंटरव्यू में करंट अफेयर्स से जुड़े सवाल ही ज्यादा पूछे जाते हैं। वैसे, प्रतिष्ठा ममगाईं का यह भी कहना है कि हर कैंडिडेट का तैयारी करने का अपना अलग पैटर्न होता है, लेकिन फिर भी कई बातें एक जैसी होती हैं और उन्हें समझना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा की स्ट्रैटजी अपने हिसाब से बनानी चाहिए।