सार

आयोग ने कहा कि कई विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में नशाखोरी एक बड़ी चुनौती बन गई है और युवाओं के इसकी चपेट में आने के कई मामले सामने आए हैं।

नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश के विश्वविद्यालयों को “मादक पदार्थों से परहेज” को लेकर छात्र निकाय गठित करने का निर्देश दिया और साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा कि परिसरों में मादक पदार्थों की आपूर्ति न हो ।

आयोग ने कहा कि कई विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में नशाखोरी एक बड़ी चुनौती बन गई है और युवाओं के इसकी चपेट में आने के कई मामले सामने आए हैं।

सभी कुलपतियों को भेजा लेटर 
आयोग के सचिव रजनीश जैन ने सभी कुलपतियों को लिखे पत्र में कहा, “संकाय सदस्यों के नेतृत्व में अपने विश्वविद्यालय या उच्च शिक्षण संस्थान में ‘मादक पदार्थों से परहेज’ छात्र निकाय बनाएं। मादक द्रव्यों के इस्तेमाल का कोई भी मामला सामने आने पर इस छात्र निकाय को शुरुआती चेतावनी प्रणाली के तौर पर काम करना चाहिए और आपूर्ति रोकने के लिये नियामक एजेंसियों को सूचित करना चाहिए।”

उन्होंने कहा, “छात्र निकायों को उन छात्रों के पुनर्वास में मदद करनी चाहिए जो नशे के आदी हैं।”

(ये खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई/भाषा की है। हिन्दी एशियानेट न्यूज ने सिर्फ हेडिंग में बदलाव किया है।)