सार

 सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि पिछले चार साल के दौरान यूपीएससी द्वारा भर्ती किए गए सिविल सेवाकर्मियों की संख्या में कमी आई है और साल 2018-19 में यह संख्या सबसे कम, 2352 रही।

नई दिल्ली. सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि पिछले चार साल के दौरान यूपीएससी द्वारा भर्ती किए गए सिविल सेवाकर्मियों की संख्या में कमी आई है और साल 2018-19 में यह संख्या सबसे कम, 2352 रही।

सरकार ने यह जानकारी राज्यसभा में दी

कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यूपीएससी ने 2015-16 में 3,750 अभ्यर्थियों की भर्ती के लिए सिफारिश की थी और 2016-17 में यह संख्या 3020, साल 2017-18 में यह संख्या 3083 और साल 2018-19 में 2,352 रही।

सिंह ने बताया कि सरकार ने 2015-16 में भर्ती के लिए 3,750 रिक्तियां होने की खबर दी थी। साल 2016-17 में 3184 रिक्तियों की, 2017-18 में 2706 रिक्तियों की और 2018-19 में 2353 रिक्तियों की सूचना सरकार ने दी थी।

उन्होंने बताया कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) नोडल मंत्रालयों और विभागों द्वारा अधिसूचित की गई परीक्षा नियमावली के अनुसार, वार्षिक रूप से विभिन्न परीक्षाओं का संचालन करता है तथा मांग करने वाले मंत्रालयों और विभागों द्वारा सूचित की गई रिक्तियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों की सिफारिश करता है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)