सार
हर साल यूपीएससी की परीक्षा में लाखों की संख्या में कैंडिडेट्स शामिल होते हैं, लेकिन इसमें सफल होने वाले उम्मीदवारों की संख्या महज सैकड़ों में ही होती है। यूपीएससी एग्जाम में सफलता के लिए कई चीजें मायने रखती हैं।
करियर डेस्क। हर साल यूपीएससी की परीक्षा में लाखों की संख्या में कैंडिडेट्स शामिल होते हैं, लेकिन इसमें सफल होने वाले उम्मीदवारों की संख्या महज सैकड़ों में ही होती है। यूपीएससी एग्जाम में सफलता के लिए कई चीजें मायने रखती हैं। इनमें सबसे मुख्य है कि इस परीक्षा की तैयारी कैसे की जाए। सफलता का सारा दारोमदार अच्छी तैयारी पर ही निर्भर करता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं अक्षय अग्रवाल के बारे में, जिन्होंने बिना किसी कोचिंग के पहले ही प्रयास में यूपीएससी एग्जाम में सफलता हासिल की। साल 2018 की यूपीएससी परीक्षा में उन्हें 43वीं रैंक मिली। अक्षय अग्रवाल ने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी को लेकर अपने अनुभव बतलाए हैं। इससे यूपीएससी की परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों को काफी मदद मिल सकती है।
करें सेल्फ स्टडी
अक्षय अग्रवाल का कहना है कि हर कैंडिडेट की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं होती कि वह कोचिंग के जरिए तैयारी कर सके। कोचिंग में काफी खर्च आता है। उनका कहना है कि कोचिंग लेना कतई जरूरी नहीं है। इसकी जगह सेल्फ स्टडी पर फोकस करना चाहिए। यूपीएससी एग्जामिनेशन के सिलेबस की ठीक से जानकारी लेनी चाहिए और अपनी रुचि और जानकारी के मुताबिक विषय का चयन करना चाहिए। इससे तैयारी करने में आसानी हो जाती है।
एनसीईआरटी की किताबें पढ़ें
अक्षय अग्रवाल मानते हैं कि यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करने के लिए सबसे पहले एनसीईआरटी की 10वीं और 12वीं की किताबों को ठीक से पढ़ना चाहिए। इससे विषय की मूलभूत जानकारी मिल जाती है। एक बार जब बेसिक कॉन्सेप्ट क्लियर हो जाता है तो फिर आगे तैयारी करने में दिक्कत नहीं होती।
ऑनलाइन रिसोर्सेस का लें सहारा
अक्षय अग्रवाल का कहना है कि कैंडिडेट्स चाहें तो तैयारी के लिए ऑनलाइन रिसोर्सेस का भी सहारा ले सकते हैं। आजकल इंटरनेट पर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के लिए काफी सामग्री मौजूद है। कैंडिडेंट यूट्यूब वीडियो का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कई विषयों पर अच्छे वीडियो उपलब्ध हैं। इसके अलावा, वे टॉपर्स के ब्लॉग से भी मदद ले सकते हैं, जिसमें सफलता के टिप्स बताए गए होते हैं। अक्षय अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने इन साधनों का इस्तेमाल अपनी तैयारी के लिए किया। उनका कहना है कि यह जरूरी नहीं कि आप 10-12 घंटे तक स्टडी करें। योजना बना कर अध्ययन करें और परीक्षा के तीनों चरणों की तैयारी एक साथ करें।