सार
यूपी के आजमगढ़ में जन्म कैफी आजमी मशहूर शायर थे। वे अपनी खूबसूरत शायरियों के लिए जाने जाते थे। वे आज भले ही दुनिया में नहीं हैं लेकिन अपनी शायरियों के कारण वो आज भी लोगों के जहन में जीवित हैं। उनकी शायरी का हर कोई दीवाना हो जाता था।
मुंबई. बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा और लेखिका कैफी आजमी की पत्नी शौकत कैफी आजमी ने शुक्रवार को अपनी आखिरी सांस ली। 93 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी मौत को लेकर कहा जा रहा है कि वो लंबे समय से काफी बिमारी चल रही थीं। उनके इंतकाल के समय उनकी बेटी शबाना आजमी उनके साथ मौजूद थीं। वे काफी जिद्दी और जिंदादिलस महिला थीं। कैफी आजमी से उनकी पहली मुलाकात का किस्सा काफी मजेदार रहा था।
मशहूर शायर थे कैफी आजमी
यूपी के आजमगढ़ में जन्म कैफी आजमी मशहूर शायर थे। वे अपनी खूबसूरत शायरियों के लिए जाने जाते थे। वे आज भले ही दुनिया में नहीं हैं लेकिन अपनी शायरियों के कारण वो आज भी लोगों के जहन में जीवित हैं। उनकी शायरी का हर कोई दीवाना हो जाता था। ऐसा ही एक किस्सा शायर निदा फाजली ने एक बार शेयर किया था। जब उनकी शायरी सुन शौकत कैफी आजमी उन पर फिदा हो गई थीं। निदा फाजली बताते हैं कि कैफी आजमी का शायरी पढ़ने का तरीका सबसे अनोखा था। वो एक बार हैदराबाद में बुलाए गए थे और वहां पर कैफी अपनी मशहूर नज्म औरत सुना रहे थे...
उठ मेरी जान मेरे साथ ही चलना है तुझे
क़द्र अब तक तेरी तारीख ने जानी ही नहीं
तुझमें शोले भी हैं बस अश्क फिशानी ही नहीं
तू हकीकत भी है दिलचस्प कहानी ही नहीं
तेरी हस्ती भी है इक चीज जवानी ही नहीं
अपनी तारीख का उन्वान बदलना है तुझे
उठ मेरी जान...
इस नज्म को सुनने के लिए शौकत वहां पर मौजूद थीं। शायर के 'उठ' कहने के शब्द से वो काफी नाराज हो रही थीं और बाद में वो वहां घर जाने लगी थीं। तभी नज्म खत्म होती है और तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठती है। इसके बाद क्या था शौकत ने कैफी के साथ अपना जीवन बिताने का फैसला कर लिया था। उनके मम्मी-पापा ने उन्हें बहुत समझाया लेकिन वो नहीं मानीं और अपनी सगाई तोड़ दी। सभी ने उन्हें लाख समझाने की कोशिश की लेकिन वो नहीं मानी और बाद में वो शौकत खान से शौकत कैफी आजमी हो गईं।
पति की मौत के बाद शौकत कभी ससुराल नहीं गईं
बता दें, शौकत कैफी आजमी मशहूर शायर कैफी आजमी की पत्नी थीं। कैफी आजमी का जन्म यूपी के आजमगढ़ में हुआ था। उनका निधन 2002 में मुंबई में हुआ था। बताया जाता है कि कैफी की मौत के बाद शौकत कभी भी ससुराल नहीं गईं। कैफी आजमी की मौत के बाद से उन्होंने फिल्मों में भी काम करना बंद कर दिया। 'हीर रांझा', 'हकीकत', 'उमराव जान', 'बाजार' जैसी फिल्मों से अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाली शौकत 2002 में आखिरी बार फिल्म 'साथिया' में नजर आई थीं।