सार

कोराना लॉकडाउन के बीच सोनू सूद गरीब मजदूरों के मसीहा बनकर उभरे हैं। सोनू अब तक करीब 25 हजार प्रवासी मजदूरों और दूसरे लोगों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचवा चुके हैं। कभी बसों से तो कभी ट्रेन से लोगों की नि:स्वार्थ सेवा कर रहे सोनू सूद के नाम से अब लोग धोखाधड़ी कर पैसा लूट रहे हैं। 

मुंबई। कोराना लॉकडाउन के बीच सोनू सूद गरीब मजदूरों के मसीहा बनकर उभरे हैं। सोनू अब तक करीब 25 हजार प्रवासी मजदूरों और दूसरे लोगों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचवा चुके हैं। कभी बसों से तो कभी ट्रेन से लोगों की नि:स्वार्थ सेवा कर रहे सोनू सूद के नाम से अब लोग धोखाधड़ी कर पैसा लूट रहे हैं। खुद एक्टर ने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी देते हुए सभी को सचेत कर दिया है।

सोनू ने गुरुवार को अपने ट्विटर अकाउंट से इस फ्रॉड की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, दोस्तों, कुछ लोग आपकी जरुरत का फायदा उठाने के लिए आपसे संम्पर्क करेंगे। जो भी सेवा हम श्रमिकों के लिए कर रहे हैं वो बिल्कुल निःशुल्क है। आपसे अगर कोई भी व्यक्ति मेरा नाम लेकर पैसे मांगे तो मना कर दीजिए और तुरंत हमे या करीबी पुलिस अफसर को रिपोर्ट कीजिए।

अपनी पोस्ट में सोनू ने कुछ व्हॉट्सएप्प चैट के स्क्रीनशॉट्स भी शेयर किए हैं, जिसमें पैसे मांगने वाला शख्स खुद को सोनू सूद का मैनेजर बता रहा है। बस और ट्रेन का मुफ्त सफर दे रहे सोनू के नाम पर इस शख्स ने मजदूरों से 10 हजार रुपए तक की मांग की है। बता दें कि सोनू सूद का कहना है कि वो जब तक हर एक प्रवासी मजदूर को उसके घर नहीं पहुंचा देते, अपनी मुहिम को जारी रखेंगे। सोनू सूद के इस काम में उनकी दोस्त नीति गोयल पूरा साथ दे रही हैं। 

सोनू सूद ने हाल ही में केरल के एर्नाकुलम में फंसी 177 लड़कियों को भी एयरलिफ्ट करवाकर उनके घर भेजा था। बता दें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित तमाम बड़े नेता सोनू सूद की तारीफ कर चुके हैं।