सार

डीजी नक्सल ऑपरेशन अशोक जुनेजा ने बताया कि मुठभेड़ में नक्सलियों को भी काफी नुकसान हुआ है। सूचना के आधार पर 3 से 4 ट्रकों से घायल और मृत नक्सलियों को उनके साथियों ने ट्रांसपोर्ट किया है। 

रायपुर (Chhattisgarh) । नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा के सीमावर्ती क्षेत्र के जंग में नक्सलियों से हुई मुठभेड़ काफी क्षति पहुंची है। मिसिंग हुए 21 में से 20 जवानों के शवों को एयरफोर्स की मदद से रिकवर कर लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये बात सामने आ रही है कि नक्सलियों ने ही जवानों को 'U शेप एंबुश' में फंसाने की पूरी तैयारी की थी। जिसके लिए वो जवानों को बीच जंगल तक आराम से घुसने दिए थे, फिर उनके ऊपर अटैक किए। बताया जा रहा है कि कुख्यात नक्सली हिडमा को पकड़ने के लिए सुरक्षा बलों के 2000 जवानों की टीम अलग-अलग इलाकों से जंगल के अंदर घुस रही थी। 

चार घंटे चली थी मुठभेड़
CRPF की कोबरा, CRPF बस्तरिया बटालियन, DRG, CF और STF के जवानों की तर्रेम क्षेत्र के सिलगेर के जंगल में जोनागुड़ा के पास शनिवार को नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई थी। मुठभेड़ सुबह करीब 12.30 बजे शुरू हुई और शाम करीब 5.30 बजे 4 घंटे तक चली। इस दौरान नक्सलियों ने UGNL, रॉकेट लांन्चर, इंसास और AK-47 से हमला किया था।

लौटते जवानों पर नक्सलियों ने दूर से हमला किया
सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने बताया कि नक्सलियों ने लौटते हुए जवानों पर हमला किया। दोरनागुड़ा और टेकुलगुडम की पहाड़ियों के बीच 100 से 200 मीटर की दूरी से नक्सली फायरिंग कर रहे थे। इस दौरान जवान उनके एंबुश को तोड़ते हुए आगे बढ़े। 

नक्सलियों को भी हुआ काफी नुकसान
डीजी नक्सल ऑपरेशन अशोक जुनेजा ने बताया कि मुठभेड़ में नक्सलियों को भी काफी नुकसान हुआ है। सूचना के आधार पर 3 से 4 ट्रकों से घायल और मृत नक्सलियों को उनके साथियों ने ट्रांसपोर्ट किया है। 

देखिए कहां के हैं शहीद जवान

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