सार

कोरोना वायरस के खिलाफ मुहिम में सभी खिलाड़ी और क्रिकेट बोर्ड काफी पहले से ही लोगों के बीच जागरुकता फैला रहे हैं, पर इस मामले पर कोई भी आर्थिक मदद करने के लिए आगे नहीं आ रहा था। अब इस मामले पर खिलाड़ियों ने और क्रिकेट बोर्ड ने भी डोनेट करना शुरू कर दिया है।

नई दिल्ली. कोरोना वायरस के खिलाफ मुहिम में सभी खिलाड़ी और क्रिकेट बोर्ड काफी पहले से ही लोगों के बीच जागरुकता फैला रहे हैं, पर इस मामले पर कोई भी आर्थिक मदद करने के लिए आगे नहीं आ रहा था। अब इस मामले पर खिलाड़ियों ने और क्रिकेट बोर्ड ने भी डोनेट करना शुरू कर दिया है। यूसुफ पठान और बजरंग पूनिया जैसे खिलाड़ियों ने इस पहल की शुरुआत की और इसमें बड़े खिलाड़ी भी जुड़ते चले गए। अब भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने भी 51 करोड़ रुपए डोनेट किए हैं। इसके अलावा खेल मंत्री किरण रिजीजू ने भी अपनी 1 महीने की सैलरी दान कर दी है। टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने 10 लाख रुपये दान किए हैं। 

रहाणे ने 10 लाख रूपये दान में दिये
भारतीय टेस्ट टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिये महाराष्ट्र मुख्यमंत्री राहत कोष में 10 लाख रूपये का दान दिया। रहाणे के एक करीबी सूत्र ने रविवार को इस बात की पुष्टि की। इससे वह इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में योगदान करने वाले खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गये। महाराष्ट्र इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है।

रीजीजू ने एक महीने का वेतन दान में दिया
खेल मंत्री किरण रीजीजू ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाजपा सांसदों को दिये गये निर्देश पर अपनी ओर से योगदान करते हुए कोविड-19 से लड़ने के लिये एक महीने का वेतन दान में दिया। मोदी ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई के लिये भाजपा के सभी सांसदों को अपनी सांसद निधि से एक करोड़ रूपये का योगदान देने को कहा था।

रीजीजू ने ट्वीट कर लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत करने और नागरिकों की सुरक्षा पर अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष की घोषणा की। इसमें कम राशि के दान को भी स्वीकार किया जाता है। हमें भी अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिये भारत को स्वस्थ और समृद्ध बनाने में अपना योगदान देना चाहिए। मैंने अपना एक महीने का वेतन दान कर दिया है। ’’

बीसीसीआई ने प्रधानमंत्री राहत कोष में 51 करोड़ रूपये दान में दिये
भारत की सबसे अमीर खेल संस्था बीसीसीआई ने शनिवार को कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई के लिये प्रधानमंत्री राहत कोष में 51 करोड़ रूपये दान में दिये। इस खतरनाक वायरस को फैलने से रोकने के लिये देश में 21 दिन का लॉकडाउन है जिससे दुनिया भर में करीब 25,000 लोगों की जान जा चुकी है। भारत में अब तक 19 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 1000 के करीब लोग इससे संक्रमित हैं।

बीसीसीआई की मान्यता प्राप्त इकाईयों ने भी इसमें योगदान दिया है
बीसीसीआई की विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली, मानद सचिव जय शाह और अन्य अधिकारियों ने शनिवार को मान्यता प्राप्त संघों के साथ मिलकर देश की आपदा प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत करने और भारतीय नागरिकों की रक्षा करने तथा कोविड-19 से निपटने के लिये अनुसंधान को प्रोत्साहित करने में योगदान देने के लिये प्रधानमंत्री के नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष में 51 करोड़ रूपये दान देने की घोषणा की। ’’

पुडुचेरी और हैदराबाद पृथक केंद्र तैयार करने के लिये पहले ही अपने स्टेडियम देने की पेशकश कर चुके हैं और बीसीसीआई ने राज्य संघों को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने पीटीआई को दिये साक्षात्कार में कहा था कि अगर पश्चिम बंगाल सरकार चाहेगी तो वे ईडन गार्डन्स की सुविधायें मुहैया करा सकते हैं।

मदद के लिए आगे आए कई खिलाड़ी 
क्रिकेट जगत ने भी अन्य खिलाड़ियों के साथ इस बीमारी के खिलाफ देश की लड़ाई में मदद के लिये दान दिया है। क्रिकेटरों में सुरेश रैना ने अभी तक सबसे ज्यादा 52 लाख रूपये का योगदान दिया है। सचिन तेंदुलकर ने 50 लाख रूपये देने की घोषणा की थी। सौरव गांगुली ने भी 50 लाख के चावल दान करने का एलान कर चुके हैं। यूसुफ पठान ने भी 4 हजार मास्क जरूरतमंदों के लिए दान किए हैं।